न्यूज डेस्क । आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के हालात दिनों दिन खराब होते जा रहे हैं। पाकिस्तान में रोजमर्रा की जरूरतों के लिए जारी जद्दोजहद के बीच एक नया संकट आ गया है । असल में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के गिलगित बाल्टिस्तान में एक बार फिर से सरकार विरोधी मुहिम तेज हो गई है । दरअसल, पाकिस्तान सरकार की भेदभावपूर्ण और दमनकारी नीतियों से यहां के लोग काफी नाराज हैं । स्थानीय लोगों ने अपना शोषण किए जाने से तंग आकर भारत के लद्दाख में साथ आने की मांग की है । गिलगित बाल्टिस्तान के लोगों की नाराजगी भरी रैली के कई वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं ।
लोगों की मांग करगिल सड़क को खोला जाए
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में लोग कारगिल सड़क को फिर से खोलने की बात कहते नजर आ रहे हैं । इन लोगों को कहते सुना जा सकता है कि भारत के केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के कारगिल जिले में बाल्टिस्तान का दोबारा से मिलाया जाए । असल में पिछले 12 दिनों से पाकिस्तान सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन चल रहा है ।
कई मांगों को लेकर सड़कों पर आए लोग
बता दें कि गिलगित बाल्टिस्तान लोगों ने देश में गेहूं समेत अन्य खाद्य सामाग्री पर सब्सिडी की बहाली, लोड-शेडिंग, अवैध जमीन पर कब्जा और क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों के शोषण जैसे कई मुद्दों को उठाया है । अक्सर खबरें आती रहती हैं कि पाकिस्तान की लेना ने गिलगित बाल्टिस्तान की जमीन और संसाधनों पर जबरदस्ती का कब्जा कर रहे हैं ।
दशकों पुरानी है मांग
विदित हो कि पाकिस्तान सेना और सरकार के खिलाफ लंबे समय से विरोध हो रहा है , जहां जमीन का मुद्दा कई दशकों पुराना है । हालांकि साल 2015 से स्थानीय लोग यह तर्क दे रहे हैं कि जमीन गिलगित बाल्टिस्तान के लोगों की है, क्योंकि यह क्षेत्र पीओके आता है । हालांकि, जिला प्रशासन का कहना है कि जमीन पाकिस्तानी राज्य से संबंधित किसी व्यक्ति को हस्तांतरित नहीं की गई है ।