नई दिल्ली । लोकसभा में कांग्रेस के चार सांसदों को सदन की कार्यवाही बाधित करने के आरोप में पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है । लोकसभा अध्यक्ष ने सदन में तख्तियां लेकर महंगाई के विरोध में नारेबाजी करने के चलते कांग्रेस (Congress) सांसद मणिकम टैगोर (Manickam Tagore), ज्योतिमणि (Jothimani), राम्या हरिदास (Ramya Haridas) और टीएन प्रतापन (TN Prathapan) को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया है । इसके साथ ही उन्होंने लोकसभा (Lok Sabha) कल 26 जुलाई को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी । वहीं, इसे लेकर कांग्रेस ने कहा कि हमारे सांसदों को निलंबित कर सरकार हमें डराने की कोशिश कर रही है, वे उन मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रहे थे, जो लोगों के लिए मायने रखते हैं ।
नियम 374 के तहत हुई कार्यवाही
विदित हो कि लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे राजेंद्र अग्रवाल ने सदन में हंगामा करने वाले कांग्रेस के चार सांसदों को महंगाई के खिलाफ नारेबाजी करने के लिए नामित किया । इसके बाद नियम 374 के तहत कांग्रेस के इन सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया ।
महंगाई पर चर्चा की मांग
विदित हो कि विपक्षी दल मानसून सत्र के दौरान महंगाई, रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि के मुद्दों पर केंद्र से चर्चा की मांग को लेकर सोमवार सदन में नारेबाजी करने लगे । इस दौरान कुछ सांसदों ने गले में तख्तियां लटकाई हुई थीं । इसपर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें फटकार लगाई और सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए कहा । ओम बिरला ने कहा, "ये लोकतंत्र का मंदिर है, सदन की गरिमा बनाए रखना सदस्यों की जिम्मेदारी है । सरकार चर्चा करने के लिए तैयार है ।
लोकसभा अध्यक्ष हुए सख्त
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, "अगर आप चर्चा करना चाहते हैं तो मैं इसके लिए तैयार हूं, लेकिन अगर सदन में केवल तख्तियां दिखाना चाहते हैं तो दोपहर 3 बजे के बाद सदन के बाहर ऐसा कर सकते हैं । देश की जनता चाहती है कि सदन चले . लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें चेतावनी दी कि सदन में तख्तियां लाने वाले किसी भी सांसद को कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी । इस सबके बावजूद हंगामा जारी रहा ।
प्रह्लाद जोशी ने रखा था निलंबन का प्रस्ताव
इस पूरे हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सदन में प्रस्ताव रखा कि इन चार सदस्यों के सदन की गरिमा के प्रतिकूल आचरण को देखते हुए इन्हें चालू सत्र की शेष अवधि के लिए कार्यवाही से निलंबित किया जाए । इससे पहले पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि कुछ सदस्य निरंतर तख्तियां आसन के सामने दिखा रहे हैं जो सदन की मर्यादा के अनुकूल नहीं है । वह बोले - आसन के पास इन सदस्यों के नाम लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा । उन्होंने कहा कि सदस्य कृपया इस चेतावनी का ध्यान रखें और किसी तरह की तख्ती नहीं दिखाएं । इसके बाद उन्होंने कहा, ‘‘मैं नियम 374 के तहत हठ पूर्वक और जानबूझकर लगातार सभा की कार्यवाही में बाधा डालकर अध्यक्षीय पीठ के प्राधिकार की उपेक्षा करने और सभा के नियमों का दुरुपयोग करने के लिए आप सभी का नाम लेता हूं । अग्रवाल ने इसके बाद कांग्रेस के चारों सदस्यों को सदन की कार्यवाही से निलंबित किये जाने की घोषणा की ।
सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस ने क्या कहा?
सांसदों के निलंबन को लेकर कांग्रेस की ओर से भी बयान जारी किया गया. कांग्रेस (Congress) ने कहा कि हमारे सांसदों को सस्पेंड (Suspend) कर सरकार हमें डराने की कोशिश कर रही है. वे उन मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रहे थे जो लोगों के लिए मायने रखते हैं ।