नई दिल्ली । #MeToo कैंपेन के बाद 20 महिलाओं द्वारा शोषण किए जाने के आरोपों का सामना कर रहे एमजे अकबर ने बुधवार शाम विदेश राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसे राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया है। अपने इस्तीफे में पूर्व मंत्री ने उल्लेख किया था कि उनपर निजी आरोप लगाए गए हैं, इसलिए वह इन आरोपों का सामना भी निजी तौर पर ही करूंगा, इसलिए पद से इस्तीफा दे रहा हूं। बहरहाल , महिला पत्रकार प्रिया रमानी के आरोपों के बाद अकबर द्वारा उनके खिलाफ दर्ज कराए गए मानहानि के मामले की सुनवाई आज दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में होनी है।
बता दें कि मीटू कैंपने के सामने आने के बाद से यह पहला मामला होगा, जब किसी महिला के आरोपों के बाद कोई मामला कोर्ट पहुंचा हो। बहरहाल, एमजे अकबर ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए कहा है कि उन्हें कोर्ट पर पूरा विश्वास है, और वह न्याय के लिए लड़ेंगे। उनपर झूठे आरोप लगाए गए हैं। इससे पहले उन्होंने पत्रकार प्रिया रमानी के आरोपों के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करवाया था, जिसकी सुनवाई दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पहले 16 अक्तूबर को होनी थी लेकिन बाद में कोर्ट ने उसकी सुनवाई की तारीख 2 दिन के लिए आगे बढ़ा दी थी।
बहरहाल, आज पटियाला हाउस कोर्ट में इस मानहानि के मामले की पहली सुनवाई होगी। दोपहर बाद इस मामले की सुनवाई होगी।