नई दिल्ली। उत्तरपूर्वी राज्य नागालैंड में संदिग्ध नागा विद्रोहियों ने 40वीं असम राइफल्स की एक टुकड़ी पर घात लगाकर हमला किया जिसमें 2 जवान शहीद हो गए और 4 अन्य जवान घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि रविवार को भारत-म्यांमार सीमा के पास यह घटना हुई है। असम राइफल्स के महानिरीक्षक के पीआरओ ने बताया कि भारत-म्यांमार सीमा के पास सुरक्षा बल की टुकड़ी पर घात लगाकर बैठे विद्रोहियों ने पानी पीने के लिए जमा हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। हमले में हवलदार फतेह सिंह नेगी और सिपाही हुंगंगा कोनयाक की मौके पर ही मौत हो गई।
गौरतलब है कि 48 वर्षीय फतेह सिंह नेगी उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले का रहने वाल बताया जा रहा है। विद्रोहियों की ताबड़तोड़ गोलीबारी में 4 अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इन सभी घायलों को एयरलिफ्ट कर असम के जोरहाट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की है। हालांकि अभी किसी भी गुट ने सुरक्षाबलों पर हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
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यहां बता दें कि नागालैंड में नगा विद्रोहियों ने दूसरी बार सुरक्षा बलों पर इस तरह का सुनियोजित हमला किया है। इससे पहले मई, 2015 में भी खपलांग गुट ने मोन जिले के ही चांगलांगसू के पास विद्रोहियों ने 23वीं असम राइफल्स की टुकड़ी पर हमला किया था जिसमें 8 जवान मारे गए थे और 6 घायल हुए थे।
ऐसा माना जा रहा है कि केंद्र सरकार और नागा विद्रोहियों के एक अन्य संगठन एनएससीके (इसाक-मुइवा) के बीच वार्ता के फाइनल दौर में लगभग सहमति बन जाने से नाराज होकर ये हमला किया गया है। इस बार भी हमले के पीछे नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (खपलांग) गुट का हाथ माना जा रहा है।