नई दिल्ली । हरियाणा के सोनीपत में हुए पहलवान निशा दहिया हत्याकांड में आखिरकार दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता मिल गई है । दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले रेस्लर निशा के कोच पवन और उसके साथी सचिन को दिल्ली के द्वारका से गिरफ्तार कर लिया है । असल में पवन हत्यकांड को अंजाम देने के बाद सचिन की बाइक से ही फरार हुआ था । इन दोनों पर एक लाख रुपये का इनाम रखा गया था । इस दौरान स्पे्शल सेल ने पवन के पास से उसकी लाइसेंसी पिस्तौल भी बरामद की है । सचिन का आपराधिक रिकॉर्ड भी है ।
बता दें कि गत दिनों हरियाणा के सोनीपत स्थित गांव हलालपुर में पहलवान सुशील कुमार के नाम से एकेडमी चलाने वाले पवन ने अपनी शिष्या पहलान निशा उसके भाई और मां को गोली मार दी थी । इस घटना में पहलवान निशा और उसके भाई की गोली लगने से मौत हो गई थी , जबकि मां अभी भी गंभीर अवस्था में जिंदगी से जूझ रही है ।
घटनाक्रम को लेकर जो बात सामने आई है इसके अनुसार , कोच पवन ने महिला पहलवान निशा की मान धनवति को फोन करके कहा कि उन्होंने उनकी बेटी को चैंपियन बना दिया है , वह अपनी बेटी को लेने आ जाए । इस फोन को सुनने के बाद घबराई मां ने अपने बेटे सचिन को एकादमी चलने को कहा ।
अभी दोनों रास्ते में ही पहुंचे थे कि उन्होंने देखा कि उनकी बेटी निशा के पीछे कोच पवन और कुछ लोग भाग रहे थे । इसके बाद पवन ने निशा दहिया को 4 गोलियां मार दी । बीच बचाव करने पर पवन ने निशा के भाई सचिन को 3 गोलियां मारी , जिससे दोनों की मौत हो गई । इतना ही नहीं पवन ने इन दोनों की मां को भी गोली मार दी ।
निशा की मां का कहना है कि पवन कहता था कि वह निशा को स्टार बना देगा । इतना ही नहीं वह निशा के साथ छेड़छाड़ भी करता था । इसकी शिकायत निशा ने अपने परिजनों से की थी , जिसका परिजनों ने भी विरोध किया था । इतना ही नहीं पवन ने निशा के परिजनों से 3.50 लाख रुपये लिए थे । उसने निशा के पिता ये एकादमी बनाने के नाम पर यह पैसा लिया था । इतना ही नहीं एक चैंपियनशिप जीतने पर उसे मिले 50 हजार रुपये भी निशा के पिता ने कोच पवन को ही दे दिए थे ।