नई दिल्ली । कांग्रेस में संगठन के चुनाव , नेतृत्व परिवर्तन और पार्टी में व्यापक बदलाव के मुद्दे को लेकर लंबे समय से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच गतिरोध कायम है । G 23 से जुड़े नेताओं का लगातार सोनिया गांधी पर हमला जारी है । हाल में कपिल सिब्बल , उसके बाद गुलाम नबी आजाद और अब आनंद शर्मा । असल में पिछले दिनों सिब्बल ने पंजाब कांग्रेस में जारी घमासान और कलह को लेकर कांग्रेस हाईकमान के फैसलों पर ही सवाल उठा दिए थे , जिसके बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कपिल सिब्बल के घर के बाहर प्रदर्शन करते हुए अपनी नाराजगी जताई थी । अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शुमार आनंद शर्मा ने कपिल सिब्बल के घर कांग्रेसी नेताओं द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन का विरोध करते हुए सोनिया गांधी से ऐसे नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है ।
जानें क्या बोले आनंद शर्मा
कपिल सिब्बल के घर के बाहर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन पर अपनी नाराजगी जताते हुए आनंद शर्मा ने कहा - मतभेद और धारणा लोकतंत्र के अभिन्न अंग हैं। असहिष्णुता और हिंसा कांग्रेस के मूल्यों और संस्कृति से अलग हैं। कपिल सिब्बल के घर पर हमले और गुंडागर्दी की खबर सुनकर स्तब्ध और निराश हूं। यह निंदनीय कार्रवाई पार्टी को बदनाम करती है और इसकी कड़ी निंदा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कायम रखने का इतिहास रहा है। शर्मा ने कहा कि इस हरकत के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें अनुशासित किया जाना चाहिए। उन्होंने इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मामले का संज्ञान लेने और कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
कपिल सिब्बल खोल चुके हैं मोर्चा
बता दें कि शर्मा और कपिल सिब्बल जी 23 का हिस्सा है, जिन्होंने पिछले साल सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी के संगठनात्मक बदलाव की मांग की थी। इसके बाद से ही सिब्बल लगातार पार्टी के गलत फैसलों पर अपने बयान जारी करते रहे हैं । इतना ही नहीं गत दिनों दिल्ली में कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने एक बैठक की थी , हालांकि बैठक एक जन्मदिन पार्टी थी , लेकिन इस दौरान विपक्षी दलों के दिग्गजों ने एक साथ बैठकर कुछ रणनीति पर चर्चा की थी , इस बैठक से गांधी परिवार को दूर ही रखा गया था । इसके बाद पंजाब कांग्रेस में हाल में जारी घमासान के लिए कपिल सिब्बल ने पार्टी आलाकमान के फैसलों पर सवाल उठाए थे ।
गेट वेल सून कपिल सिब्बल'
बता दें कि कपिल सिब्बल के ऐसे बयान के कुछ ही घंटे बाद सिब्बल पर कई तरह से हमले शुरू हो गए । पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी यहां उनके घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (डीपीसीसी) के कार्यकर्ताओं ने 'गेट वेल सून कपिल सिब्बल' की तख्तियां लहराते हुए सिब्बल के खिलाफ उनके आवास पर नारेबाजी की और उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए कहा। असल में पंजाब कांग्रेस में जारी उथल-पुथल के बीच कई कांग्रेसी नेताओं द्वारा पार्टी और उसकी पंजाब इकाई से इस्तीफा देने के बाद सिब्बल ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की तत्काल बैठक बुलाने की मांग करते हुए आश्चर्य जताया था । असल में उन्होंने कहा था कि पार्टी में पूर्णकालिक अध्यक्ष की अनुपस्थिति में पार्टी में कौन निर्णय ले रहा है। इससे पहले सिब्बल ने कहा कि जी-23 समूह 'जी हुजूर 23' नहीं है और यह अपना विचार रखना जारी रखेगा और मांगों को दोहराता रहेगा।
गुलाम नबी आजाद ने फिर लिखा सोनिया को पत्र
विदित हो कि पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर दिल्ली पहुंच कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की । इस मुलाकात ने कांग्रेस में उथल पुथल मचा दी है । वहीं राज्य सभा में पूर्व नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने एक बार फिर से कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र लिखकर कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक जल्द बुलाने की मांग की है । इस पत्र में गुलाम नबी ने कांग्रेस के स्थायी अध्यक्ष को लेकर जहां सवाल किया है , वहीं संगठन के चुनाव और पार्टी में जरूरी बदलावों को लेकर भी जिक्र किया है ।