न्यूज डेस्क । ओडिशा में हुए भयंकर रेल हादसे में अब तक 261 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है , जबकि करीब 900 लोग घायल बताए गए हैं । इनमें से कई की हालत गंभीर है । यह हादसा कोलकाता से 250 किमी दक्षिण और भुवनेश्वर से 170 किमी उत्तर में बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन के पास हुआ है । अभी भी राहत और बचाव का कार्य जारी है । हालांकि मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है । इस घटना को भारत की सबसे घातक ट्रेन दुर्घटनाओं में से एक बताया जा रहा है । इस दौरान कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि घटना दिल को दहला देने वाली है , घटनास्थल पर कहीं किसी का हाथ कटा हुआ पड़ा तो कहीं किसी का पैर ।
जानें आखिर कैसे हुई दुर्घटना
घटना के कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तीन ट्रेनों की दुर्घटना शुक्रवार शाम कोलकाता से 250 किमी दक्षिण और भुवनेश्वर से 170 किमी उत्तर में बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन के पास हुईं । बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस हावड़ा जा रही थी, तभी कई डिब्बे पटरी से उतरकर बगल की पटरियों पर गिर गए । शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस, चेन्नई जाते वक्त, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतरे डिब्बों से टकरा गई । इसके बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस के पटरी से उतरे डिब्बे एक मालगाड़ी के डिब्बों से टकरा गए ।
हादसे की जांच के आदेश
रेल मंत्री अश्विनी ने मृतकों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 2 लाख रुपये और मामूली चोटों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की. रेल मंत्री घटना स्थल का दौरा भी किया और घायल यात्रियों को बालासोर मेडिकल कॉलेज, सोरो में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और गोपालपुर और खांटापाड़ा के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया । रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं ।
ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस होता तो हादसा नहीं होता- ममता बनर्जी
ओडिशा के बालासोर में रेल हादसे वाली जगह पर पहुंचीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "यह अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा है । ऐसा ही हादसा 1981 में भी हुआ था । इस ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था, अगर वह होता तो यह हादसा नहीं होता । हमारे राज्य के जिन लोगों की इस हादसे में मृत्यु हो गई उनके परिजनों को हम 5-5 लाख रुपये देंगे । हम राहत और बचाव कार्य में राज्य सरकार और रेलवे का पूरा सहयोग करेंगे।
कुछ लोगों को लेकर हावड़ा पहुंची दूसरी ट्रेन
बालासोर रेल हादसे के बाद ट्रेन में मौजूद कुछ लोगों को लेकर एक ट्रेन हावड़ा स्टेशन पहुंची है । दक्षिण पूर्व रेलवे के SDGM ने कहा, इस ट्रेन में 200 यात्री थे, जिनमें से ज्यादातर लोग मद्रास जा रहे थे । हमने यात्रियों को सुविधा दी थी कि वे अपने घर के पास वाले स्टेशन पर उतर सकते हैं, ऐसे में बहुत से लोग रास्ते में उतर चुके हैं । अब जो दूसरी ट्रेन आ रही है उसमें 1000 यात्री आ रहे हैं ।