नई दिल्ली । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को शांति का नोबेल पुरस्कार दिए जाने संबंधी एक प्रस्ताव को शनिवार पाक की नेशनल एसेंबली में पेश किया गया। इसके साथ ही पाकिस्तान की सोशल मीडिया में भी इमरान खान को नोबेल पुरस्कार दिए जाने की मांग उठी है। इस सब के बीच खुद इमरान खान ने भी एक बार फिर से कश्मीर राग अलापते हुए नया पैंतरा छेड़ दिया है। पाकिस्तानी पीएम ने कहा - मैं नोबेल पुरस्कार के योग्य नहीं लेकिन कश्मीर के मौजूदा हालात को दखते हुए तो यह लगता है कि अब जो कश्मीर मुद्दा सुलझाएगा, वहीं शांति का नोबेल पुरस्कार पाएगा। असल में पीएम पद की शपथ लेने के बाद अपने संबोधन के दौरान भी इमरान खान ने कश्मीर राग अलापा था।
विंग कमांडर भारत को सौंपने पर उठी मांग
असल में पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में शनिवार को एक प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें इमरान खान द्वारा भारतीय बंधक विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को भारत को सौंपे जाने का मुद्दा उठाते हुए इसे इमरान खान की ओर से शांति की एक बड़ी पहल करार दिया गया। प्रस्ताव में मांगी की गई कि सदन के सदस्य इमरान खान को शांति का नोबेल दिलाने के लिए मुहिम छेड़ें। इसके बाद पाकिस्तान की सोशल मीडिया में भी पाकिस्तानी लोगों ने बड़ी संख्या में पोस्ट करते हुए इमरान खान की पहल को सराहनीय करार देते हुए उन्हें नोबेल पुरस्कार दिए जाने की मांग की है।
खुद इमरान कुदे नोबेल की चर्चा में
अपने लिए नोबेल पुरस्कार की मांग किए जाने के बाद अब खुद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान इस दौड़ में कूद गए हैं। उन्होंने इस सब के बीच कश्मीर मुद्दे को उठाते हुए कहा कि घाटी के लोगों की समस्या का निदान अब जो करेगा, वहीं शांति का नोबेल पुरस्कार पाएगा।