न्यूज डेस्क । पाकिस्तान इन दिनों आर्थिक तंगी से गुजर रहा है । आलम यह है कि पड़ोसी देश के वजीर- ए – आजम शहबाज शरीफ इन दिनों दुनिया भर के मुल्कों से आर्थिक मदद की गुहार लगा रहे हैं । इस सबके बीच उनके सुर बदले बदले नजर आ रहे हैं । यूएई के एक चैनल अल अरबिया को दिए इंटरव्यू में वह पीएम मोदी से आपसी रिश्तों को सुधारने के लिए बातचीत करने की गुहार लगाते नजर आए । उन्होंने इस दौरान कहा कि मैं पीएम मोदी तक संदेश पहुंचाना चाहता हूं कि भारत के साथ तीन युद्धों ने हमें कंगानी , गरीबों और बेरोजगारी दी है । अब हम अपना सबक सीख चुके हैं , अब हम शांति से रहना चाहते हैं ।
मोदी से हर समस्या पर बात को तैयार हैं हम
अल अरबिया को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सुर काफी बदले हुए थे । उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हर समस्या से बातचीत के लिए तैयार होने की बात भी कही । वह बोले – हम हमारी समस्याओं को खत्म करने के लिए तैयार हैं । प्रधानमंत्री मोदी को मेरा संदेश है कि चलिए बैठते हैं और बात करते हैं. पाकिस्तान नहीं चाहता कि हम हमारे संसाधनों को बम और बारूद बनाने में खर्च करें ।
तीन युद्धों से कंगाली गरीबी मिली
वह बोले - मैं पीएम मोदी से अपील करता हूं कि हमें बातचीत की मेज पर बैठकर हर मुद्दे को हल करने की कोशिश करनी चाहिए । हम पड़ोसी हैं । यह हमारे ऊपर है कि हम शांति से रहें । प्रगति करे या फिर एक दूसरे से लड़ाई करें और समय-संसाधनों को बर्बाद करें । उन्होंने आगे कहा, ''हम भारत के साथ तीन युद्ध लड़ चुके हैं और यह हर बार और कंगाली, गरीबी और लोगों के लिए बेरोजगारी लाया है । हम अपना सबक सीख चुके हैं ।
लेकिन न्यूक्लियर पावर का फिर किया जिक्र
भले ही शहबाज शरीफ अपने इस इंटरव्यू में पूरी तरह सरेंडर करते दिखे , लेकिन बावजूद इसके उन्होंने न्यूक्लियर पावर होने की बात फिर उठाई । वह बोले - "हम परमाणु शक्तियां हैं, हथियारों से लैस हैं और अगर भगवान न करे कि युद्ध छिड़ जाए तो जो हुआ उसे बताने के लिए कौन जीवित रहेगा । मैंने प्रेसिडेंट मोहम्मद बिन जायद से कहा है कि आप भारत और पाकिस्तान के बीच अहम रोल अदा कर सकते हैं ।