नई दिल्ली । भले ही पाकिस्तान की सरकार और वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई आतंकवाद को बढ़ावा दोने की कोशिशों में जुटी नजर आती हों , लेकिन इस आतंकवाद को लेकर अब पाकिस्तान के लोग भी परेशान हो गए हैं । इतना ही नहीं पड़ोसी देश में शिया और सुन्नी समुदाय में विचारों को लेकर गतिरोध बढ़ता नजर आ रहा है । पाकिस्तान में जहां शिया समुदाय के खिलाफ ईशनिंदा के मामले लगातार बढ़ रहे हैं । इस सबके बीच पाकिस्तान के कराची में तहरीक-ए-लबाइक पाकिस्तान (टीएलपी) और अहल-ए-सुन्नत वल जमात (एएसडब्ल्यूजे) ने अल्पसंख्यक शिया समुदाय के खिलाफ रैलियां निकालीं । इस रैली में हजारों लोगों ने शिरकत की। इस दौरान रैली को संबोधित कर रहे नेताओं ने शिया समुदाय के खिलाफ 'शिया काफिर हैं' जैसे नारे लगाए और मुहर्रम के जुलूस पर बैन लगाने की भी मांग की ।
बढ़ रही है शिया समुदाय के खिलाफ नफरत
बता दें कि पाकिस्तान में पिछले कुछ समय में शिया समुदाय के खिलाफ नफरत के साथ ही साथ हिंसक घटनाएं भी बढ़ गई हैं । कराची शहर में तहरीक-ए-लबाइक पाकिस्तान (टीएलपी) और अहल-ए-सुन्नत वल जमात (एएसडब्ल्यूजे) की आयोजित रैली में मंच पर मौजूद नेता 'शिया काफिर हैं' जैसे नारे लगा रहे थे । इस दौरान सोशल मीडिया पर इस तरह के दावे भी किए गए कि इमामिया लाइन्स एरिया में इमामबाड़ा पर कट्टरपंथी सुन्नी पार्टी के सदस्यों ने हमला भी किया ।
शियाओं के खिलाफ कैंपेन शुरू
असल में मुहर्रम की शुरुआत से ही पाकिस्तान में शिया समुदाय के खिलाफ कैंपेन शुरू हो गए थे । जियारत-ए-आशुरा को पढ़ने की वजह से शिया समुदाय के लोगों पर ईशनिंदा का आरोप लगाए जा रहे हैं । जियारत-ए-आशुरा में इमाम हुसैन के हत्यारों की निंदा की जाती है । शिया समुदाय के कुछ वक्ताओं को पैगंबर मोहम्मद के साथियों को लेकर दिए गए बयान को लेकर भी ईशनिंदा के आरोप में हिरासत में ले लिया गया है ।
एक माह में ईशनिंदा के 42 केस दर्ज
एक रिपोर्ट के अनुसार , पाकिस्तान में एक महीने के भीतर ईशनिंदा के 42 केस दर्ज हुए हैं । इनमें से ज्यादातर केस शिया समुदाय के लोगों के खिलाफ ही दर्ज हुए हैं । इन सभी पर पैगंबर मोहम्मद के साथियों का अपमान करने के आरोप में पाकिस्तान दंड संहिता के सेक्शन 295-A और सेक्शन 298 के तहत केस दर्ज किया गया है ।
शियाओं की हत्या के जिम्मेदार संगठनों के लिए थे बैनर
इस दौरान की जो तस्वीरें सामने आई हैं उनमें प्रदर्शनकारियों के हाथ में आतंकवादी संगठन ASWJ/SSP के बैनर्स नजर आए हैं । ये वही आतंकी संगठन हैं जो पाकिस्तान में शिया मुस्लिमों की हत्या के जिम्मेदार रहे हैं ।
होते रहे हैं ऐसे प्रदर्शन
बता दें कि पाकिस्तान में अहमदिया और ईसाई समुदाय के भी कुछ लोगों पर ईशनिंदा का आरोप लगाया गया है । ऐसे में ईशनिंदा को लेकर वहां मॉब लिचिंग, हत्याएं और प्रदर्शन होते रहे हैं । आपको बता दें कि पाकिस्तान में शिया समुदाय की आबादी 20 फीसदी है । 20वीं सदी के मध्य से शिया समुदाय के लोगों को सुन्नी चरमपंथी समूहों अहले-सुन्नत वल जमात, लश्कर-ए-जंघवी, सिपह-ए-सहावा पाकिस्तान के हमलों का निशाना बनना पड़ रहा है ।