नई दिल्ली । अमेरिका- ईरान के बीच पिछले दिनों एक दूसरे के खिलाफ हुई सैन्य कार्रवाई को लेकर अब राष्ट्रपति रक्षाविभाग ने बयान जारी किया है । असल में अमेरिका ने अपने सैन्य ठिकानों पर ईरान के हवाई हमलों को लेकर सच्चाई को स्वीकार कर लिया है । अमेरिका ने स्वीकार किया है कि ईरान के हमले में उनके 34 जवानों को दिमागी चोट आई है । हालांकि इससे पहले अमेरिकी रा्ट्रपति ने ईरान के हमलों को खारिज करते हुए कहा था कि उनके जवानों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है , वहीं सैन्य ठिकानों पर भी मामूली क्षति हुई है ।
बता दें कि गत दिनों ईरान ने अपने कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेते हुए इराक में अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइल से हमले किए थे । उस दौरान वहां की मीडिया ने दावा किया था कि इस हमले मे कई अमेरिकी जवानों की मौत हुई है , हालांकि अमेरिकी प्रशासन ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था । खुद ट्रंप ने देश को संबोधित करते हुए मामूली क्षति की बात कही थी । उन्होंने कहा था कि उनके जवानों को कुछ नहीं हुआ , वह समय रहते बैस में चले गए थे ।
लेकिन अब पेंटागन ने एक बयान में कहा है कि ईरानी हमले में 34 अमेरिकी सैनिकों का मस्तिष्क पर चोट लगी है । पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन के अनुसार, 34 में से 17 सैनिक अब भी निगरानी में हैं । उन्होंने कहा कि हमले में प्रभावित आठ जवानों को आगे के इलाज के लिए अमेरिका बुला लिया गया है जबकि बाकी के नौ का इलाज जर्मनी में चल रहा है ।
हालांकि इससे पहले अमेरिकी सेना ने एक बयान में कहा था कि 11 सैनिकों को मस्तिष्क में आघात के इलाज के लिए बाहर ले जाया गया है । हाल में दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दौरान ट्रंप से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने सुना था कि उन्हें सिर में दर्द और अन्य प्रकार की समस्याएं हैं लेकिन यह बहुत गंभीर नहीं है ।