वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की नींव रखी। पिछले दिनों काफी विवादों के चलते सुर्खियों में रहने के बावजूद पीएम मोदी ने इस कॉरिडोर की खुद कुदाल चलाकर नींव रखी। खास बात ये है कि यह कॉरिडोर बाबा विश्वनाथ मंदिर से शुरू होकर गंगा किनारे घाट तक जाएगा। इस दौरान पीएम ने कहा - जब मैं प्रधानमंत्री नहीं था, तब भी यहां आता था और मुझे लगता था की यहां कुछ करना चाहिए। लेकिन भोले बाबा ने तय किया होगा कि बेटे बातें बहुत करते हो यहां आओ और कुछ करके दिखाओ। आज भोले बाबा के आशीर्वाद से वो सपना पूरा हो रहा है। इससे पहले पीएम मोदी ने मंदिर में पूरे विधि विधान से पूजा की। इतना ही नहीं उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की भी जमकर तारीफ की।
बता दें कि बतौर सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में अपना 19 वां दौरा किया । काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की नींव रखने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा - सदियों से ये स्थान दुश्मनों के निशाने पर रहा, कितनी बार ध्वस्त हुआ, अपने अस्तित्व के बिना जिया। लेकिन यहां की आस्था ने इसे पुनर्जीवित किया और ये क्रम सदियों से चल रहा है। उन्होंने कहा कि जब महात्मा गांधी यहां आये थे, तो उनके मन में भी ये पीड़ा थी की भोले बाबा का स्थान ऐसा क्यों? और BHU के एक कार्यक्रम में बापू अपने मन की व्यथा बताने से खुद को रोक नहीं पाए थे । अब मां गंगा को सीधे बाबा भोलेनाथ से जोड़ दिया गया है। अब श्रद्धालु गंगा स्नान करके सीधे भोले बाबा के दर्शन करने आ सकेंगे।
उन्होंने कहा- पिछले कई सालों से भोले बाबा की चिंता किसी ने नहीं की, सभी ने अपनी-अपनी चिंता की। अच्छा हुआ कि भोलेबाबा ने हमारे भीतर एक चेतना जगाई। इसके कारण 40 से ज्यादा पुरातात्विक मंदिर इस पूरे धाम के अंदर से मिले। अब इन मंदिरों की मुक्ति का रास्ता भी खुला है।
ये काशी विश्वनाथ धाम, अब काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के रूप में जाना जायेगा। इससे काशी की पूरे विश्व में एक अलग पहचान बनेगी। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ महादेव मंदिर करोड़ों देशवासियों की आस्था का स्थल है। लोग यहां इसलिए आते हैं क्योंकि काशी विश्वनाथ के प्रति उनकी अपार श्रद्धा है। उनकी आस्था को अब बल मिलेगा।