नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात 8.45 पर एक बार फिर से देश को संबोधित किया । कोरोना की नई लहर से देश में मचे हाहाकार के बीच पीएम मोदी ने जहां देशवासियों से एक बार फिर से इस आपदा से निपटने के लिए पहले जैसे नियमों का पालन करने को कहा । उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मैं सभी राज्य सरकारो से अपील करूंगा कि वे लॉकडाउन को सबसे अंतिम विकल्प के तौर पर लगाएं । सरकारों को माइक्रो कंटेंमेंट जोन पर ध्यान देना होगा ।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा - इस बार कोरोना की नई लहर तूफान बनकर आई है , लेकिन हमें अपने हौंसले , अपने संकल्प से इस बार भी इस कोरोना को हराना है । उन्होंने कहा पिछली बार की परिस्थितियां इस बार से भिन्न थी । पिछली बार देश के पास कोरोना जैसी बीमारी के लिए कोई तैयारी नहीं थी , लेकिन इस बार हम पहले से ज्यादा तैयार है । बहुत की कम समय में हमने सुधार किया है । अब हमारे डॉक्टर बेहतर अवस्था में हैं और वह ज्यादा जान बचा रहे हैं ।
पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा - मेरे प्यारे देशवासियों नमस्कार , कोरोना के खिलाफ एक बार फिर से देश एक बड़ी लड़ाई लड़ रहा है । कुछ हफ्ते पहले तक हालात ठीक थे , लेकिन एक बार फिर से नई लहर तूफान बनकर आई है । जो पीड़ा आपने सही है और जो आप सह रहे हैं , उसका मुझे पूरा एहसास है । जिन लोगों ने बीते दिनों में अपनों को खोया है , मैं उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हू , मैं परिवार के एक सदस्य के रूप में आपके दुख में शामिल हूं। चुनौती बड़ी है , लेकिन हमें मिलकर अपने हौंसले संकल्प से इसे पार करना है । साथियों अपनी बात को विस्तार देने से पहले मैं देश के सभी डॉक्टरों , सभी हेल्थ वर्कर और सफाई कर्मी , एंबुलेंस , सभी सुरक्षाबलो का आभार ।
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि इस बार ये लहर तूफान की तरह आई है , लेकिन हमारे फार्मा सेक्टर ने इस बार बेहतर काम करते हुए दवाइयों का उत्पादन बढ़ा दिया है ।
उन्होंने कहा - ऑक्सीजन प्रॉडक्शन और सप्लाई को बढ़ाने के लिए भी कई स्तरों पर उपाय किए जा रहे हैं राज्यों में नए ऑक्सीजन प्लांट्स हों, एक लाख नए सिलेंडर पहुंचाने हों, औद्योगिक इकाइयों में इस्तेमाल हो रही ऑक्सीजन का मेडिकल इस्तेमाल हो,ऑक्सीजन रेल हो, हर प्रयास किया जा रहा है । इस बार कोरोना संकट में देश के अनेक हिस्से में ऑक्सीजन की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ी है। इस विषय पर तेजी से और पूरी संवेदनशीलता के साथ काम किया जा रहा है। केंद्र सरकार, राज्य सरकारें, प्राइवेट सेक्टर सभी की पूरी कोशिश है कि हर जरूरतमंद को ऑक्सीजन मिले।
उन्होंने कहा - हमारे वैज्ञानिकों ने दिन-रात एक करके बहुत कम समय में देशवासियों के लिए वैक्सीन विकसित की हैं। आज दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन भारत में है। भारत की कोल्ड चेन व्यवस्था के अनुकूल वैक्सीन हमारे पास है। यह एक Team effort है जिसके कारण हमारा भारत, दो Made in India vaccines के साथ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू कर पाया। टीकाकरण के पहले चरण से ही गति के साथ ही इस बात पर जोर दिया गया कि ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों तक, जरूरतमंद लोगों तक वैक्सीन पहुंचे।