नई दिल्ली । गुरुगाम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रदुमन की टॉयलेट में गला रेतकर हत्या किए जाने के बाद से पूरे देश में स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है। इस मुद्दे पर मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर समेत महिला व बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कई आला अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने के लिए छह सचिवों की एक समिति बनाई गई। ये 6 सचिव छह अलग-अलग मंत्रालयों के होंगे। वहीं इस बैठक में प्रस्ताव दिया गया कि हर स्कूल में पॉक्सो ई बॉक्स बूथ, चाइल्ड हेल्पलाइन के साथ स्थापित किए जाएंगे। पाठ्य पुस्तकों के जरिए भी इनका प्रचार-प्रसार किया जाएगा। वहीं स्कूलों में जैंडर चैंपियन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
प्रदुमन हत्याकांड के बाद बनी समिति
बता दें कि 7 वर्षीय प्रदुमन की स्कूल के टॉयलेट में हत्या कर दी गई थी। हत्या के आरोप में पुलिस ने स्कूल बस के एक कंडक्टर को गिरफ्तार किया है, जिसने पहले तो अपना गुनाह कबूल किया लेकिन अब वह अपने बयान से पलट गया है। उसका कहना है कि पुलिस ने दबाव में उससे बयान बुलवाया। हालांकि इस सब के बीच देशभर में स्कूल जाने वाले बच्चे समेत उनके अभिभावक अपने लाड़लों की स्कूल में सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। इसी सोच के मद्देनजर मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर समेत महिला व बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कई आला अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा की गई।
इन सुझावों पर हुई चर्चा
बैठक के दौरान छह मंत्रालयों के सचिवों की एक समिति बनाई गई, जो बच्चों की सुरक्षा का खाका तैयार करने के साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर होने वाली कार्यवाही पर नजर रखेगी। बैठक में महिला व बाल विकास मंत्रालय की ओर से दिए गए कई सुझावों पर चर्चा की गई। इनमें स्कूल बलों में महिला स्टाफ को खास तौर पर प्रशिक्षित करने , निजी स्कूलों में भी मैनेजमेंट कमेटी बनाने, अभिभावक-शिक्षक एसोसिएशन को अधिकार देने पर चर्चा की गई। इस दौरान स्कूलों में जेंडर चैंपियन कार्यक्रम के तहत लैंगिंक भेदभाव खत्म करने और जागरूकता के लिए स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किए जाने की बात कही गई।