नई दिल्ली । कांग्रेस की रणनीतिक खामियां के आरोप और नेतृत्व परिवर्तन की मांग पिछले कुछ समय से प्रचंड होती जा रही है । इसी बीच देशभर में कांग्रेस की राज्य सरकारों में फूट की खबरें आ रही हैं। ताजा घटनाक्रम पंजाब से जुड़ा है , जहां पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं । राज्य में कांग्रेस के 25 विधायकों को बागी होने की खबर हैं , जिन्होंने सोमवार को दिल्ली में डेरा डाल लिया है । ये सब सीएम अमरिंदर सिंह के खिलाफ शिकायतों का पुलिंदा लेकर आए हैं । अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेसी नेताओं के बागी सुर ने एक बार फिर से पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं । यह संकट ऐसे समय में उभरा है , जब अगले महीने पार्टी के अंदरूनी चुनाव की खबरें हैं ।
अपनी ही सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप
बता दें कि पंजाब की कांग्रेस सरकार इस समय दो फाड़ होती नजर आ रही है । अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले बड़ी संख्या में कांग्रेसी विधायक बागी हो गए हैं। बागी विधायकों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील झाखड़ , कैबिनेट मंत्री चरणजीत चन्नी , सुखजिंदर सिंघ रंधावा समेत दो दर्जन से ज्यादा विधाययक शामिल हैं । इन लोगों ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते हुए जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं करने के आरोप लगाए हैं ।
तीन सदस्यीय टीम गठित
ऐसे में अब केंद्रीय आलाकमान इस मामले में दखल देने को उतर आया है । इस सबके बाद पार्टी ने अपने सभी विधायकों को दिल्ली तलब किया है , हालांकि खबर है कि अभी बागी विधायक अपनी शिकायतों का पुलिंदा लेकर दिल्ली पहुंच गए हैं । इस मामले को निपटाने के लिये एक तीन सदस्यीय टीम बनाई गई है , जो इन विधायकों की शिकायतों सुनने और उनके समाधान करने के लिए गठित हुई है । ये विधायक एक एक करके इस टीम से मिलेंगे और अपनी शिकायत रखेंगे ।
कैप्टन भी आ सकते हैं दिल्ली
बागी विधायकों का इस टीम से मिलने का क्रम आज सोमवार और मंगलवार को जारी रहेगा । आने वाले दिनों में नवजोद सिंह सिद्धू और परगट सिंह पैनल भी इस टीम से मुलाकात करेगा । इतना ही नहीं सप्ताहांत से पहले सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी दिल्ली आकर अपनी सफाई देंगे । हालांकि इससे पहले उनके कैंप के मनप्रीत बादल और साधु सिंह भी इस टीम के सामने अपने पक्ष रखेंगे ।
नवजोत सिंह सिद्धू बना रहे माहौल
बता दें कि भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आने के बाद से ही कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच तालमेल नहीं बना । दोनों के बीच समय समय पर तकरार सामने आती रही है । अमरिंदर ने खुलकर नवजोत सिद्धू के खिलाफ बयान दिए हैं , लेकिन सिद्धू ने अंदरखाने कैप्टन अमरिंदर सरकार के खिलाफ अपने गुस्से को खुलकर सामने जाहिर नहीं किया । लेकिन उन्होंने सरकार की जनता से की गई वादाखिलाफी को एक मुद्दा बना डाला है ।