नई दिल्ली। एक समय देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों में शुमार अनिल अंबानी ने लंदन की एक कोर्ट में अपने बयान में कहा कि अब मेरे घरबाले ही मेरा खर्चा उठा रहे हैं । उनका यह बयान तीन चीनी बैंकों से लोन मामले में सामने आया है । उन्होंने कोर्ट में चल रहे मामले में जज को बताया कि अब उनके नाम को अहम संपत्ति नहीं है । इस समय उनका खर्च बहुत ही कम , जो उनकी पत्नी और परिवाले उठाते हैं । इस समय उनके पास आमदनी का कोई दूसरा जरिया भी नहीं है । इस समय वह बहुत साधारण जीवन जी रहे हैं और उनके पास सिर्फ एक कार है , जिसका वह इस्तेमाल करते हैं ।
बता दें कि चीनी बैंकों से लोन मामले में अपनी संपत्ति को लेकर अनिल अंबानी ने शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया । अनिल अंबानी ने कोर्ट को अपनी संपत्ति और हालात के बारे में बताया । उन्होंने साफ कर दिया कि इस समय उनके नाम न तो कोई अहम सपत्ति है न ही उनके उनके पास आय का कोई जरिया । परिजन ही उनका खर्च उठा रहे हैं ।
विदित हो कि अनिल अंबानी की रिलायंस कॉम ने फरवरी 2012 में तीन चीनी बैंकों से $700 मिलियन से अधिक का कर्ज लिया था। इस कर्ज को चुकाने की निजी गारंटी अनिल अंबानी की थी । पिछले कुछ सालों में अनिल अंबानी की कंपनी दिवालिया हो गई और कर्ज को चुकाने की जिम्मेदारी अनिल अंबानी पर आ गई । ऐसी स्थिति में बैंकों ने ब्याज के साथ रकम वसूलने के लिए मुकदमा किया है ।
लोन देने वालों में इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड (मुंबई ब्रांच), चाइना डेवलपमेंट बैंक और एक्जिम बैंक ऑफ चाइना हैं, जिन्होंने इस मामले को लंदन की एक कोर्ट में दर्ज करवाया । इस मामले पर 22 मई 2020 को लंदन में हाई कोर्ट की जज Nigel ने फैसला सुनाया कि अनिल अंबानी की ओर से 12 जून तक तीन चीनी बैंकों को $7.17 मिलियन का भुगतान किया जाए, लेकिन तय समय पर भुगतान ना करने पर बैंकों ने संपत्ति घोषित करने की मांग की थी । फिर अदालत ने अनिल अंबानी को 29 जून को दुनिया में फैली संपत्तियों को घोषित करने का आदेश दिया था । उनसे ऐफिडेविट में यह भी बताने को कहा गया कि उन संपत्तियों में उनकी पूरी हिस्सेदारी है या वो इनके किसी के साथ संयुक्त हकदार हैं ।
बहरहाल, अब अपनी रकम नहीं मिल पाने पर चीनी बैंकों ने अंबानी के खिलाफ अन्य कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करने की बात कही है ।