नई दिल्ली । कोरोना काल में अब असरकार ने जरूरी सामान की नई लिस्ट जारी की है , जिसमें मास्क और सैनेटाइजर को जरूरी सामान की लिस्ट से हटा दिया गया है । हालांकि इस फैसले पर अब सवाल उठ रहे हैं । इंडियन मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री (AiMeD)ने कन्ज्यूमर अफेयर्स डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें कहा था कि देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं । ऐसे में 2-3 ply मास्क को अगले 6 महीने तक जरूरी सामान की लिस्ट में ही रखा जाए । लेकिन इस सलाह को दरकिनार कर 1 जुलाई को सरकार की ओर से नई लिस्ट जारी की गई, जिसमें सैनेटाइजर और मास्क शामिल नहीं था ।
विदित हो कि कोरोना काल में देश में मास्क और सैनेटाइजर की डिमांड बढ़ी , जिसके मद्देनजर सरकार ने मार्च में इन्हें जरूरी सामान की लिस्ट में शामिल किया था । सरकार ने 100 ML के सैनेटाइजर के दाम को 100 रुपये से ऊपर ना ले जाने को कहा गया था । साथ ही जरूरी सामान की लिस्ट में शामिल होने पर किसी तरह की ब्लैक मार्केट पर रोक लग जाती है ।
सरकार के इस फैसले के खिलाफ AIMED ने सरकार से 30 जून को कहा था कि देश में अनलॉक शुरू होने के साथ ही लोग बाहर निकलने लगे हैं, ऐसे में मास्क और सैनेटाइजर की डिमांड बढ़ी है ।
AiMeD के फॉरम कॉर्डिनेटर राजीव नाथ ने इंडिया टुडे को बताया कि हमने इनके दामों पर कैप लगाने की भी बात की थी । लेकिन अब जब इन्हें जरूरी सामान की लिस्ट से हटाया गया है, तो फिर मास्क और सैनेटाइजर के दाम बढ़ सकते हैं ।
हालांकि, PWMAI के प्रमुख डॉ. संजीव रेहलान का कहना है कि अब देश में मास्क और सैनेटाइजर काफी प्रचुर मात्रा में बन रहा है, ऐसे में लिस्ट से नाम हटने से दिक्कत नहीं आएगी और सप्लाई या दाम पर कोई असर नहीं पड़ेगा ।