नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अंदरूनी मतभेदों के कारण वरिष्ठ नेता आशुतोष ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा तो कुछ दिनों पहले ही पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को सौंप दिया था लेकिन मंजूर नहीं किया गया है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अब वे सार्वजनिक तौर पर खुद इसका ऐलान कर सकते हैं। पार्टी छोड़ने की वजह कुछ भी हो लेकिन वे इसे बेहद निजी बता रहे हैं। अब इस बात के भी कयास लगा जा रहे हैं कि वे एक बार फिर से पत्रकारिता की तरफ लौट सकते हैं।
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के एक नेता के अनुसार, आशुतोष जिन कारणों से वे पार्टी में आए थे उन्हें लगा कि पार्टी आज उनसे कहीं भटक रही है। इस वजह से उन्होंने कहा कि वे सिर्फ आम आदमी पार्टी से ही नहीं बल्कि राजनीति से भी संन्यास ले रहे हैं। आशुतोष के पार्टी छोड़ने से ‘आप’ को एक बड़ा झटका लगा है।
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यहां बता दें कि आशुतोष ने भाजपा के बड़े नेता डाॅक्टर हर्षवर्धन को चांदनी चौक से टक्कर दी है। हालांकि वे करीब 1 लाख वोटों से हार गए। बताया जा रहा है कि पार्टी द्वारा उद्योगपति सुशील गुप्ता को राज्यसभा का टिकट देने से वे काफी नाराज थे। पहले उन्हें और संजय सिंह को राज्यसभा भेजने की बात की जा रही थी। आशुतोष ने स्पष्ट कहा कि उनका जमीर उन्हें सुशील गुप्ता के साथ राज्यसभा जाने की इजाजत नहीं देता है। चाहें उन्हें टिकट मिले या न मिले, सुशील गुप्ता को राज्यसभा नहीं भेजा जाना चाहिए। इसके बाद केजरीवाल ने उनकी जगह चार्टर्ड अकाउंटेंट एनडी गुप्ता का नामांकन करा दिया। हालांकि एनडी गुप्ता और सुशील गुप्ता दोनों ही आप के सदस्य नहीं थे।
गौर करने वाली बात है कि आशुतोष से पहले किरण बेदी, शाजिया इल्मी, प्रशांत भूषण , योगेन्द्र यादव जैसे कई बड़े नेता पार्टी को अलविद कह चुके हैं।