भोपाल । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 15 साल के कार्यकाल के बाद इस विधानसभा चुनावों में मिली हार को स्वीकार करते हुए बुधवार को सीएम पद से इस्तीफा दिया। इस बार अलग होने के बाद बुधवार दोपहर एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। इस दौरान भावुक हुए शिवराज सिंह ने कहा कि मैंने 13 साल प्रदेश के मुख्यमंत्री की कमान बतौर एक परिवार के सदस्य के तौर पर किया है, लेकिन इस दौरान अगर मैंने अंजाने में अपनी वाणी या किसी कर्म के जरिए किसी के मन को ठेस पहुंचाई हो तो मुझे माफ करना। इस दौरान शिवराज सिंह ने कहा कि चुनाव में कार्यकर्ताओं ने घनघोर परिश्रम किया है, मैं उनका आभार प्रकट करता हूं। लेकिन इतने सहयोगे के बावजूद अपेक्षित परिणाम न ला पाना, केंद्र सरकार की अच्छी योजनाओं के बावजूद हम अच्छे परिणाम नहीं ला पाए, इसका गुनहगार मैं हूं। मुझ में ही कुछ कमी रही होगी। नई सरकार को मेरी और से शुभकामनाएं।
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प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने के बावजूद सरकार बनाने के लिए कोई कवायद न करने का फैसला लेने के बाद शिवराज सिंह ने दोपहर 3.15 बजे एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि पिछले 3 बार से प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी , 13 साल प्रदेश का नेतृत्व करने का अवसर मुझे प्राप्त हुआ। इस दौरान में मैंने विकास कार्यों को करने में जिन दोस्तों और जनता का साथ मिला मैं उनका आभारी हूं। अंतरआत्मा से मैंने मुख्यमंत्री बनकर नहीं बल्कि परिवार का सदस्य बनकर सरकार चलाई है। जितनी समक्षा मुझ में थी मैंने अपनी टीम के साथ जनता के विकास में योजनाएं बनाई । जब सरकार भाजपा के हाथ आई थी तो प्रदेश बदहाली की स्थिति में था। सड़क बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं भी लोगों तक नहीं पहुंची थी लेकिन मैंने अपनी टीम के साथ अथक प्रयास करके कई विभागों में सुधार लिया है। हमने जनता के कल्याण के लिए जो योजनाएँ बनाईं, जो मैंने जनता के जीवन में परेशानियों को महसूस करके बनाई हैं ।
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इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की बनने वाली नई सरकार से अनुरोध किया कि जनता के कल्याण के लिए जो योजनाएं हमारी सरकार ने बनाई हैं, उन्हें न बदलें। इतना ही नहीं उन्होंने कांग्रेस पर हस्ते हस्ते चुटली लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में जनता से जो वायदे किए हैं, उन्हें जरूर पूरा करें।
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हमारे 109 विधायक एक सकारात्कम विपक्ष की भूमिका को निर्वाह करेंगे। हम प्रदेश के हित के लिए सरकार को पूरा सहयोग देंगे। उन्होंने कहा कि नई सरकार इस बात का ध्यान रखे कि अब चौकीदारी करने की जिम्मेदारी हमारी है। लेकिन इस दौरान नई सरकार ध्यान रखे कि नेता विपक्ष भले की विधायक दल करेगा लेकिन बतौर नेता हम तो प्रदेश में सतर्क रहेंगे ही।
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