मुंबई । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा सावरकर का मुद्दा उठाए जाने के बाद से शिवसेना के दिग्गज नेता संजय राउत हमलावर हैं । एक बार फिर से उन्होंने सावरकर के खिलाफ बोलने वालों को नसीहत दे डाली । उन्होंने कहा - सावरकर जेल गए थे । उन्होंने वहां काफी तकलीफें झेली। उनका विरोध करने वाले अगर उनकी तकलीफ महसूस करना चाहते हैं तो उन्हें अंडमान जेल में 2 दिन बिताना चाहिए। अपने इस बयान के जरिए उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा । हालांकि संजय राउत के इस बयान से अब शिवसेना ने किनारा कर लिया है । शिवसेना नेता और पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के पुत्र और कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि संजय राउत के बयान उनके निजी हैं, उनका पार्टी से कोई लेना देना नहीं है ।
संजय राउत के बयान से किनारा करने वाले आदित्य ठाकरे ने शनिवार को अपने एक बयान में कहा - शिवसेना और कांग्रेस के बीच इस समय कोई गतिरोध नहीं है । हमारा गठबंधन काफी मजबूत हैं । हमारी गठबंधन की सरकार राज्य के विकास के लिए काम कर रही है । ऐसे में बेहतर होगा कि इतिहास की जगह आज के मुद्दों पर बात की जाए ।
बता दें कि कुछ दिन पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि वो सावरकर नहीं है कि माफी मांग लें। इसके बाद बुधवार को संजय राउत ने दावा किया था कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी मुंबई में पुराने डॉन करीम लाला से मिलने आती थीं । संजय राउत ने मुंबई में अंडरवर्ल्ड के दिनों को याद करते हुए कहा था कि दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील और शरद शेट्टी जैसे गैंगस्टर महानगर और आस-पास के क्षेत्रों पर नियंत्रण रखते थे । हालांकि बाद में संजय राउत ने सफाई पेश करते हुए कहा था कि अगर मेरे बयान से कांग्रेस के किसी भी नेता को या फिर गांधी परिवार को दुख पहुंचा है तो वे अपना बयान वापस लेते हैं ।
पिछले कुछ दिनों से संजय राउत के कांग्रेस को लेकर हमलावर होने के बाद शिवसेना ने उनके बयानों को निजी करार दिया है । पार्टी की ओर से आदित्य ठाकरे सामने आए और उन्होंने साफ किया कि शिवसेना - कांग्रेस के बीच मजबूत गठबंधन है ।