नई दिल्ली । जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद त्राल में सुरक्षा बलों ने इस आतंकी वारदात के मास्टरमाइंड मुदस्सिर खान को ढेर कर दिया। जैश ए मोहम्मद का सेकेंड कमांडर मुदस्सिर अहमद को मुठभेड़ में मार गिराने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी के हाथ कुछ बड़े सबूत लगे हैं। खुलासा हुआ है कि मुदस्सिर ने ही पुलवामा के आत्मघाती हमलावर को गाड़ी और विस्फोटक मुहैया करवाया था। इतना ही नहीं मुदस्सिर इस वारदार को अंजाम देने की साजिश रचने के दौरान पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से एक खास एप पर चैटिंग किया करता था। इस चैटिंग का डाटा भी एनआईए के हाथ लगा है। अब इस पूरे मामले में एनआईए अमेरिका एजेंसी FBI के साथ मिलकर इस मामले में जांच को आगे बढ़ाएगी।
बता दें कि पुलवामा में आतंकी हमले को अंजाम देने वाले एक मुख्य साजिशकर्ता को सुरक्षा बल पहले ही ढेर कर चुके थे। इसके बाद मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर सीआरपीएफ , सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीमों ने इस हमले के मास्टरमाइंड मुदस्सिर खान को भी एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इस दौरान NIA को मामले की जांच के दौरान कुछ सबूत मिले हैं। मसलन , इस साजिश को रचने के दौरान मुदस्सिर पाकिस्तान में लगातार अपने जैश आकाओं के संपर्क में था। वह किसी फोन के जरिए नहीं बल्कि एक विशेष एप के जरिए पाकिस्तान में बैठे जैश प्रमुख मसूद अजहर के संपर्क में था।
इस मामले में अब भारतीय जांच एजेंसी ने अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरों ऑफ इंवेस्टिगेशन (एफबीआई ) की मदद लेगा । दोनों जांच एजेंसियां घाटी में मौजूद आतंकियों और पाकिस्तान में बैठे जैश और लश्कर के आतंकियों के बीच संपर्क के तार को खोजने और उनकी काट करने के लिए कार्रवाई करेंगी।