श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर फारूख अब्दुल्ला की लाल चौक पर झंडा फहराने की चुनौती को स्वीकार करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने वहां झंडा फहराया लेकिन शिवसैनिकों को पुलिस ने रोक दिया और धारा 144 तोड़ने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। शिवसैनिकों ने राज्य सरकार पर भी आरोप लगाया कि सरकार ही यहां झंडा फहराना नहीं चाहती है।
विहिप ने चुनौती की स्वीकार
आपको बता दें कि फारूख अब्दुल्ला ने घाटी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीओके को पाकिस्तान का हिस्सा बताया था और भाजपा के नेताओं को लाल चैक पर झंडा फहराने की चुनौती दी थी। बता दें कि विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता बिना किसी ऐलान के ही जम्मू से श्रीनगर के लिए निकले थे। विहिप कार्यकत्र्ताओं ने लालचौक मे तिरंगा फहराने संबंधी विवादित बयानबाजी के लिए डाॅक्टर फारुक अब्दुल्ला का गत दिनों जम्मू में घेराव किया था इसके बाद डॉ. अब्दुल्ला ने उन्हें लालचैक आने की चुनौती दी थी।
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शिवसैनिकों को लिया हिरासत में
आपको बता दें कि विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ धक्का- मुक्की कर वहां झंडा फहरा दिया। इसके फौरन बाद ही शिवसैनिकों ने वहां झंडा फहराने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया और 8 शिव सैनिकों को निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में ले लिया। इस दौरान एक शिव सैनिक ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डा फारुक अब्दुल्ला ने गत माह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरे देश को लाल चैक में तिरंगा फहराने की चुनौती दी थी। लेकिन यहां राज्य सरकार ही तिरंगा फहराने के खिलाफ है, तभी हम लोगों को इसकी इजाजत नहीं दी गई।