लखनऊ। विश्व हिंदू परिषद द्वारा अयोध्या 25 नवंबर को धर्मसभा के आयोजन को लेकर उत्तरप्रदेश सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गई है। धर्मसभा के आयोजन में करीब 1 लाख से ज्यादा लोगों के अयोध्या में जमा होने की उम्मीद जताई जा रही है। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अयोध्या को पूरी तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया है। भारी संख्या में पुलिस और अधिकारियों की तैनाती की गई है। बता दें कि 25 नवंबर को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी अयोध्या के दौरे पर जा रहे हैं।
गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की कवायद साधु संतों और विश्व हिंदू परिषद के द्वारा तेज कर दी गई है। प्रदेश में शांति व्यवस्था को बनाए रखने के मद्देनजर शासन के द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों को लेकर गुरुवार शाम मुख्य सचिव डा. अनूप चंद्र पांडेय, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार व डीजीपी ओ.पी. सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मंडलायुक्त, डीएम, डीआईजी व एसएसपी समेत अन्य अधिकारियों से तैयारियों की पूरी जानकारी ली और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पूरी तरह पालन कराने के निर्देश दिए हैं।
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पुलिस प्रमुख ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए अयोध्या को 8 जोन एवं 16 सेक्टर में बांटा गया है। हर जोन व सेक्टर में पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की तैनाती की जा रही है। अयोध्या में पीएसी बल की संख्या बढ़ाकर 48 कंपनी कर दी गई है। पहले 20 कंपनी लगाई गई थी। इसके अलावा ं पुलिस अधीक्षक स्तर के पांच, अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के 15 व 19 सीओ की अतिरिक्त तैनाती की गई है। एडीजी को अयोध्या में शिवसेना के सभी कार्यक्रमों पर नजर रखने को कहा गया है। डीआईजी को विश्व हिंदू परिषद के कार्यक्रमों पर नजर रखेंगे। इसके साथ ही राज्य के खुफिया विभाग के अफसर व कई अन्य अधिकारियों को मौके पर भेजा गया है। आला अफसरों ने फैजाबाद रेंज के विभिन्न जिलों से काफी पुलिस बल अयोध्या में तैनात कर दिया है।