लखनऊ। दिल्ली के आध्यात्मिक विश्वविद्यालय के बाद उत्तरप्रदेश के मदरसों से शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। लखनऊ के सआदतगंज इलाके में स्थित मदरसे में लड़कियों के यौन शोषण का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मदरसे पर छापेमारी कर करीब 51 लड़कियों को छुड़ाया है। खबरों के अनुसार इन लड़कियों को काफी लंबे समय से यहां बंधक बनाकर रखा गया था। पुलिस ने मदरसे के मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है।
51 लड़कियों का रेस्क्यू
गौरतलब है कि मदरसे में चल रहे इस यौन शोषण का खुलासा उस वक्त हुआ जब छात्राओं ने अपनी व्यथा पर्चियों पर लिखकर मदरसे की खिड़कियों से बाहर फेंका। इसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत एसएसपी दीपक कुमार से की। एसएसपी ने भारी पुलिस फोर्स के साथ मदरसे पर छापा मारा, मदरसे में पुलिस के आते ही हड़कंप व अफरा-तफरी मच गई। छापे की कार्रवाई में पुलिस के साथ मौजूद एडीएम व एसीएम ने छात्राओं से बातचीत की तो रोंगटे खड़े कर देने वाली हकीकत सामने आईं। संचालक कारी तैय्यब जिया को हिरासत में लेकर पुलिस ने छात्राओं के परिवारजनों से संपर्क किया। बता दें कि पुलिस ने मौके पर से 51 छात्राओं को आजाद कराकर प्राग नारायण रोड स्थित नारी निकेतन भेज दिया गया है।
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हाॅस्टल के नाम पर शोषण
आपको बता दें कि पुलिस ने मदरसे के मैनेजर कारी तैय्यब जिया के खिलाफ छात्राओं से छेड़छाड़, मारपीट व प्रताड़ना का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। एसएसपी ने बताया कि मदरसा खदीजतुल कुबरा लिलबनात इंदिरानगर निवासी धार्मिक गुरु सैय्यद मोहम्मद जिलानी अशरफ का है। उन्होंने लड़कियों की पढ़ाई के लिए करीब 15 साल पहले मदरसा बनवाकर यासीनगंज में रहने वाले कारी तैय्यब जिया को उसकी देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी थी। कारी ने मदरसे में लड़कियों का हॉस्टल शुरू कर दिया और मौजूदा वक्त में इस मदरसे में करीब 125 छात्राएं तालीम हासिल कर रहीं हैं। पुलिस ने मदरसे के संस्थापक को भी इसकी सूचना दे दी है।