नई दिल्ली। दिल्ली और एनसीआर के लोगों की मुसीबतें भारी बारिश और हरियाणा के द्वारा छोड़े गए पानी ने और बढ़ा दी हैं। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है जिससे यमुना के जलस्तर में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। निचले इलाकों में रहने वाले सभी लोगों को अपना रिहाइश छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए हैं। लोगों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से उन्हें यहां से हटाया तो जा रहा है लेकिन उनके रहने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लोहे के पुल को बंद कर दिया गया है, इसके साथ ही कई ट्रेनों को भी रद्द कर दिया गया है।
गौरतलब है कि यमुना के बढ़ते जल स्तर और नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण सरकार ने पुल को बंद करने का फैसला लिया है। बता दें कि बाढ़ और बारिश के चलते कई राज्यों में लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 205.50 मीटर पहुंच गया जोकि खतरे के निशान से 0.67 मीटर ऊपर है। बाढ़ राहत व बचाव कार्य से जुड़ी सभी एजेंसियां अलर्ट पर हैं।
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यहां बता दें कि यमुना में बढ़ते जलस्तर के चलते लोहे के पुल से आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। वहीं भारतीय रेल ने भी गंभीर स्थिति देखते हुए और लोहे के पुल के अस्थाई रूप से बंद होने के कारण 27 पैसेंजर ट्रेनें रद्द कर दी हैं और 7 के रूट डायवर्ट कर दिए हैं। सीएम केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने मौके का जायजा लेने के बाद कहा कि सरकार हालात से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।