लखनऊ । यूपी ATS ने शुक्रवार को बड़ी सफलता हासिल करते हुए देवबंद से जैश ए मोहम्मद के दो सक्रिय आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक का नाम शहनवाज है, जो जैश के लिए नए आतंकियों की भर्ती का काम करता था, जबकि दूसरा आतंकी आकिब अहमद मलिक है, जो छात्र के रूप में रह रहा था। वह नए आतंकियों की भर्ती के लिए शहनवाज की मदद करता था। इन दोनों के पास से हथियार समेत जेहादी सामाग्री और कई वीडियो फोटो बरामद हुई हैं। यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने इसकी गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अब हम इन्हें कोर्ट में पेश करेंगे, उसके बाद इन्हें ATS पूछताछ के लिए रिमांड पर लेगी। इन लोगों के इतिहास का पूरा कच्चा चिट्ठा खोला जाएगा। इन दोनों की उम्र 20-25 के करीब है।
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वर्तमान में सहारनपुर में रह रहे थे
बता दें कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से सक्रिय खुफिया एजेंसियों के इनपुट पर यूपी एटीएस ने देवबंद से दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों कश्मीरी युवक है, जिनमें से एक शहनवाज जम्मू कश्मीर कुलगाम का रहने वाला है, जबकि दूसरा आतंकी आकिब अहमद मलिक पुलवामा का रहने वाला है। इनमें से शहनवाज जैश ए मोहम्मद से जुड़ा हुआ है, जो वर्तमान में सहारनपुर में रहते हुए जैश के लिए नए आतंकियों की भर्ती का जिम्मा संभाले हुए था । इसी क्रम में आकिब अहमद मलिक भी जैश के इशारे पर ही बिना कहीं दाखिले के पढ़ाई करने की बात कहता था, लेकिन वह भी शहनवाज को उसके काम में मदद करता था।
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शहनवाज ग्रेनेड एक्सपर्ट
यूपी के DGP ओपी सिंह ने बताया कि दोनों आतंकियों को यूपी में नए आतंकियों की भर्ती के लिए भेजा गया था। इनमें से शहनवाज ग्रेनेड का एक्सपर्ट माना जाता है। दोनों काफी समय से वहां रह रहे थे। ये पिछले काफी समय से वहां नए आतंकियों की भर्ती का काम कर रहा था। ये लोग कुछ नए युवकों का ब्रेन वॉश करने के साथ ही उन्हें जेहाद के रास्ते पर ले जाने का काम करते थे। बहरहाल, अब उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जाएगा, जहां उसने अहम सवालों को लेकर पूछताछ की जाएगी।
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कोर्ट में किया जाएगा पेश
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि इनसे पूछा जाएगा कि आखिर ये कितने समय से यह काम कर रहे थे और आखिर इन्हें फंडिंग कौन करता था। इसी क्रम में इन दोनों ने अब तक किसने आतंकी तैयार किए हैं। उन्होंने कहा कि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि इन लोगों का रिकॉर्ड क्या है। इन लोगों को रिमांड पर लेने के बाद कई सवालों पर से पर्द हट सकता है।