नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पर टीडीपी के एनडीए से अलग होने और उनके सांसदों के सरकार से इस्तीफा देने के बाद अब वाईएसआर कांग्रेस के 5 सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। बता दें कि बजट सत्र के दौरान राज्य में सत्ताधारी तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) और विपक्षी दल वाईएसआर कांग्रेस आंध्र के विशेष दर्जे की मांग को लेकर संसद के बाहर लगातार प्रदर्शन कर रही हैं। इस्तीफा देने वालों में वी. वारा प्रसाद राव, वाई. वी. सुब्बा रेड्डी, पी.वी. मिधुन रेड्डी, वाई. एस. रेड्डी, मेकापति राजामोहन रेड्डी सांसद शामिल हैं।
गौरतलब है कि लोकसभा में वाईएसआर कांग्रेस के 9 सांसद हैं इनमें से 5 के इस्तीफा देने के बाद अब उनकी संख्या घटकर 4 रह गई है। वहीं राज्यसभा में वाईएसआर के 2 सांसद हैं। आपको बता दें कि टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस विशेष राज्य के मुद्दे पर एनडीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस भी दे चुकी है।
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यहां बता दें कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडु ने राज्य और आंध्रप्रदेश पुनर्गठन अधिनियम-2014 को लेकर केंद्र के रवैये के विरोध में अपने मंत्रियों और टीडीपी विधायकों की एक साईकिल रैली भी निकाली। नायडु ने केंद्र पर अपने वादों से मुकरने और प्रदेश के विकास को बाधित करने का आरोप लगाया है। चंद्रबाबू नायडु ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बहुत जल्द देश के लोग भाजपा को नकार देंगे। भाजपा पर आरोप लगाते हुए नायडु ने कहा कि वह फूट डालो और राज करो की नीति पर काम कर रही है। वाईएसआर कांग्रेस के सांसदों के इस्तीफा देने पर नायडु ने कहा कि यह कुछ और नहीं बल्कि समस्या से भागना है।