नई दिल्ली । कोरोना वायरस की महामारी के बीच भारत के लिए अगले 24 से 36 घंटे अहम हैं । असल में इस दौरान इस बात की जांच की जाएगी कि भारत में कोरोना वायरस स्टेज -2 से स्टेज- 3 में गया या नहीं । ऐसी स्थिति में कोरोना वायरस सामुदायिक संक्रमण की स्थिति में पहुंचेगा । अभी भारत में कोरोना वायरस को स्टेज 2 में बताया जा रहा है, जो स्थानीय स्तर पर लोगों को संक्रमित कर रहा है । लेकिन स्टेज 3 यानि कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की स्थिति चिंताजनक होगी , जिसके चलते संकट गहरा सकता है । इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के वैज्ञानिकों की एक टीम लगाता इस स्थिति पर नजर बनाए हुए है । यही कारण है कि देश के कई राज्यों में 31 मार्च तक लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। हालांकि लोग स्थिति की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं और अभी भी सड़कों पर काफी संख्या में आ रहे हैं ।
बता दें कि मौजूदा समय में कोरोना वायरस अपने दूसरे चरण में है । इस समय यह वायरस स्थानीय स्तर पर लोगों को संक्रमित कर रहा है , लेकिन इसका अगला चरण बहुत खतरनाक साबित होगा , जिसमें वायरस सामुदायिक संक्रमण पर पहुंचेगा । अगले कुछ घंटों में इस बात की जांच होगी कि क्या कोरोना अपने तीसरे चरण में पहुंच गया है या नहीं ।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के वैज्ञानिकों के वैज्ञानिकों ने पिछले दिनों कहा था कि अभी तक कोरोना वायरस भारत में खतरनाक स्थर पर नहीं पहुंचा है । लेकिन अब एक बार फिर से इस बात की जांच की जा रही है कि यह वायरस अपने कौन से चरण में पहुंच गया है । ICMR के वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसे हालात में अगले 24 से 36 घंटों में यह पता चल जाएगा कि कोरोना वायरस ने भारत में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन शुरू किया या नहीं । अगर वायरस अपने तीसरे चरण में पहुंच गया है तो स्थिति बहुत खराब भी हो सकती है । केंद्र की मोदी सरकार को राज्य सरकारें इसी प्रयास में हैं कि इसके तीसरे चरण को रोका जा सके ।
इतना ही नहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को अपने स्तर से जोखिम का आकलन करते हुए उन इलाकों की पहचान करने को कहा गया है जहां लॉकडाउन की जरूरत है , ताकि इस वायरस को आगे बढ़ने से रोका जा सके ।
हालांकि इस मिशन से जुड़े अफसरों का कहना है कि भारत में संक्रमण के मामलों में वृद्धि का कारण पिछले कुछ हफ्तों में अमेरिका, यूके जैसे बुरी तरह प्रभावित देशों से भारतीयों की वापसी हो रही है ।