नई दिल्ली । अमेरिका और ईरान के बीच तनाव अभी कम नहीं हुआ है । भले ही ईरान ने अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर हमले करने के बाद अपने जनरल की मौत का बदला लेने की बात कही हो , लेकिन अमेरिका ने इस हमले के बाद कार्रवाई करने में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई है । अपने सैन्य ठिकानों पर हुए हमलों के बाद देश को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ज्यादा नुकसान नहीं होने की बात कही । साथ ही सुलेमानी को एक आतंकी करार देते हुए आने वाले समय में ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगाने की बात कही । हालांकि ट्रंप के बयानों में उनकी आक्रामकता नहीं दिखती , ऐसे में आने वाले समय में अमेरिका की ओर से और पलटवार की आशंका जताई जा रही है , जिसके चलते भारत ने भी एहतियातन खाड़ी क्षेत्र में युद्धपोत (वॉरशिप) तैनात किए हैं ।
अमेरिका-ईरान के बीच जारी गतिरोध को ध्यान में रखते हुए भारत ने एहतियात बरतना शुरू कर दिया है । नौसेना के सूत्रों के मुताबिक , भारतीय नौसेना खाड़ी क्षेत्र में स्थिति पर नजर रखे हुए है । साथ ही भारत के समुद्री व्यापार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी मौजूदगी कायम रख रही है ।
वहीं स्टेट टीवी ने एक सूत्र के हवाले से कहा है कि अगर वाशिंगटन ने कोई जवाबी कार्रवाई की तो ईरान के पास अन्य 100 जगह निशाने पर हैं । इससे पहले ईरान ने इराक स्थित ऐसे कम से कम दो सैन्य अड्डों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं । बगदाद में अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है।