नई दिल्ली । लोकसभा में मंगलवार को कांग्रेसी नेता अधीर रंजन चौधरी ने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए गृहमंत्री अमित शाह समेत मोदी सरकार पर निशाना साधा । उन्होंने राज्य में राजनीतिक अस्थिरता पर चिंता जताते हुए गृहमंत्री पर सवाल दागा कि वह अपने बयानों में कहते आए हैं कि जम्मू कश्मीर में अब सब सामान्य हैं, लेकिन वह बताएँ आखिर घाटी में कैसे सब सामान्य है । इस पर अमित शाह ने जवाब देते हुए कांग्रेस की चुप्पी लगा दी । उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से घाटी में एक भी गोली नहीं चली है । जहां तक कश्मीर की जनता है वहां पूरी तरह स्थिति नॉर्मल है लेकिन कांग्रेस की स्थिति नॉर्मल नहीं है । कश्मीर में एक भी गोली नहीं चली । लेकिन कांग्रेस की स्थिति में वहां नॉर्मल नहीं होने दूंगा । वहीं नेताओं की रिहाई पर अमित शाह बोले- जब प्रशासन को उचित लगेगा उन्हें रिहा कर दिया जाएगा ।
अधीर रंजन चौधरी ने उठाया मुद्दा
बता दें कि लोकसभा में कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन ने कहा- लगता है कि कश्मीर में रामराज आ गया है । कश्मीर में कौन से हालात सामान्य हुए हैं । हमारे नेता राहुल गांधी को वहां नहीं जाने दिया जाता है । हिरासत में लिए गए नेताओं को कब छोड़ा जाएगा । केंद्र की मोदी सरकार हर बार एक ही बयान देती है कि जम्मू कश्मीर में हालात सामान्य हैं, आखिर सरकार बताए कि सामान्य हालात क्या होते हैं , आखिर हमारे नेताओं के साथ ही घाटी के नेताओं पर से नजरबंदी कब हटाई जाएगी ।
गृहमंत्री ने एक-एक कर दिया जवाब
इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि जहां तक कश्मीर की जनता है वहां पूरी तरह स्थिति नॉर्मल है लेकिन कांग्रेस की स्थिति नॉर्मल नहीं है । अमित शाह ने कहा - कांग्रेस कहा करती थी कि घाटी से अनुच्छेद 37 0 हटाए जाने के बाद खूनखराबा होगा , हालात बिगड़ जाएंगे , लेकिन आज अनुच्छेद 370 हटाए हुए काफी समय हो गया है । खास बात यह है कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से अब तक एक भी गोली नहीं चली । ऐसे में घाटी में तो हालात काफी सामान्य है लेकिन कांग्रेस के हालात मैं सामान्य नहीं कर सकता । ये लोग लोगों की सुविधाएं नहीं देख रहे बल्कि इन्हें बस राजनीतिक गतिविधियों का ध्यान है , जनता का नहीं ।
वहीं नेताओं की रिहाई पर अमित शाह ने जब प्रशासन को उचित लगेगा उन्हें रिहा कर दिया जाएगा । फारूक अब्दुल्ला की हिरासत पर अमित शाह ने कहा कि उन्हें हिरासत में लिए हुए 5 से 6 महीने हुए हैं । कांग्रेस ने उनके पिता शेख अब्दुल्ला को 11 साल तक जेल में रखा था ।