लखनऊ । लोकसभा चुनावों से पहले एक बार फिर से कांग्रेस को घेरने के लिए भाजपा ने अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में भाजपा ने पिछली बार की तरह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए की चेयरपर्सन और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को क्रमश: अमेठी और रायबरेलीा में घेरने के लिए अपने दांव चलने शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह आज रायबरेली में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ होंगे। खास बात है कि इस दौरान कांग्रेस के बागी नेता भी भाजपा के साथ होंगे।
राहुल गांधी ने दी थी चुनौती
बता दें कि लोकसभा चुनावों के मद्देनजर यूपी में सपा-बसपा ने पहले से ही गठबंधन का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस को भी अपने साथ आने का न्यौता तो दिया है लेकिन साथ ही कहा है कि अगर वो गठबंधन में आना चाहते हैं तो गठबंधन धर्म का पालन भी करें। इसी के मद्देनजर पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष ने उत्साह में कह दिया कि अगर सपा-बसपा और कांग्रेस एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी तो वाराणसी से पीएम मोदी भी चुनाव हार जाएंगे।
ये भी पढ़ें - त्रिपुरा में बहेगी विकास की बयार, केन्द्र ने मंजूर कीं 8 हजार करोड़ की परियोजनाएं
'अमेठी-रायबरेली की चिंता करें राहुल'
अब इन बातों के बाद भाजपा ने पलटवार किया है। हालांकि भाजपा ने पहले ही राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चिंता न करें , वह अपनी अमेठी और रायबरेली सीटों की चिंता करें। इस सब के बाद अब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का रायबरेली दौरान भाजपा की मिशन -2019 के मद्देनजर ही एक कदम है। इस दौरान भाजपा अध्यक्ष एक जनसभा को संबोधित करेंगे, जिसमें उनके निशाने पर पूर्व में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद क्षेत्र का विकास नहीं होने का मुद्दा प्राथमिकता पर रहेगा।
ये भी पढ़ें - एनआईए कोर्ट से बरी होने वाले असीमानंद को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी, पश्चिम बंगाल में उतार सकती भाजपा
बागी कांग्रेसी भाजपाई होने को तैयार
जहां एक ओर भाजपा अमेठी और रायबरेली में राहुल गांधी और सोनिया गांधी के किले को ढहाने की रणनीति में जुटी नजर आ रही है। वहीं कई कारणों से गांधी परिवार का किला खुद दरकता नजर आ रहा है। खबर है कि एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह अपने और उनके भाई जिला पंचायत अवधेश प्रताप सिंह कांग्रेस से खासे नाराज चल रहे हैं। ऐसे में वे अपने साथ कई जिला पंचायत सदस्य और ब्लाक प्रमुखों के साथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि दिनेश सिंह के भाई राकेश प्रताप जो हरचंदपर से विधायक हैं वो कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे।
ये भी पढ़ें - निचली अदालत में नहीं होगा मुंबई हमले के आतंकी अबू जुंदाल का ट्रायल, हाईकोर्ट ने लगाई रोक
शाह का दौरा है अहम
मौजूदा घटनाक्रम के बावजूद अमित शाह का रायबरेली दौरान भाजपा के साथ कांग्रेस के लिए काफी मायने रखता है। ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इस दौरे में कोई बड़ा धमाका कर कांग्रेस को कोई बड़ा झटका दे सकते हैं।
ये भी पढ़ें - अब बेटी नहीं बनेगी बोझ, जन्म के समय ही यह कंपनी कराएगी 11 हजार रुपये की एफडी