नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने देश के तीन बैंकों, बैंक आॅफ बड़ोदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय का फैसला लिया है। बता दें कि इन तीनों बैंकों के विलय होने के बाद यह देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। वित्त सचिव राजीव कुमार ने कहा कि बैंकों के विलय के दौरान सभी कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने एसबीआई का उदाहरण देते हुए कहा कि उसकी भी 5 सहयोगी बैंकों के विलय होने से किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं गई थी।
गौरतलब है कि वित्त सचिव के अनुसार बैंकों का विलय होने से उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा मिलेगी। राजीव ने कहा कि सरकार ने पिछले चार सालों में बैंकिंग के संबंध में और बेहतर ऋण प्रक्रिया सुनिश्चित करने को लेकर कई सुधार किए हैं। उन्होंने कहा कि विकास की रफ्तार तेज करने के बैंकों के स्तर और तालमेल बढ़ाने की जरूरत है।
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यहां बता दें कि तीनों बैंकों के विलय पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार ने बजट में ही इसकी घोषणा कर दी थी। यह उसी दिशा में उठाया गया कदम है। गौर करने वाली बात है कि इन बैंकों के विलय पर पहले भी चर्चा होती रही थी। 2017 में देना बैंक और विजया बैंक का केनरा बैंक में विलय करने की योजना बनी थी लेकिन इसे हकीकत में नहीं बदला जा सका।