लखनऊ । बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को अपने जन्मदिन के अवसर पर एक प्रेसवार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि समाज और पार्टी के लोग मेरे जन्मदिन को जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाते हैं। इस दौरान उन्होंने अपनी पुस्तक के विमोचन का भी ऐलान किया। उन्होंने एक दौरान लोकसभा चुनावों का जिक्र करते हुए सपा के साथ गठबंधन का भी जिक्र किया। उन्होंने सपा और बसपा के कार्यकर्ताओं से अपील की कि अपने पुराने मतभेद भुलाकर , अपने नए गठबंधन के साथियों को लोकसभा चुनाव में जितवाएं। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं अपने जन्मदिन पर अपने कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों से बड़ी जीत और समर्थन जैसे उपहार की कामना करती हूं।
गठबंधन से विरोधियों की नींद उड़ी
मायावती ने पत्रकार वार्ता में अपना जन्मदिन मनाने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं - पदाधिकारियों और समर्थकों का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि बसपा हमेशा से दलितो - शोषित के लिए हमेशा से खड़ी रही है। उन्होंने कहा कि देशहित में हमने आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है। हमारे इस गठबंधन से भाजपा को ही नहीं बल्कि कांग्रेस जैसी पार्टियों को यह समझ आना चाहिए कि किसानों -दलितों और शोषितों को अपने झूठे वायदों का भरोसा देकर छलने वालों का समय अब खत्म हो गई है। हमारे सपाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन से विरोधियों की नींद उड़ी हुई है।
निजी स्वार्थ भूल जाएं
इस दौरान उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों और समर्थकों ने निजी स्वार्थ छोड़कर गठबंधन को जीताने की अपील की। उन्होंने कहा कि मेरे जन्मदिन पर पदाधिकारी और पार्टी कार्यकर्ता मुझे ऐसा उपहार देंगे मैं ऐसी कामना करती हूं। उन्होंने कहा कि हमने देशहित में ऐसा फैसले लिया है।
जुमलों से दाल नहीं गलेगी
इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जुमलों से अब किसी पार्टी की दाल गलने वाली नहीं है। किसानों को किए वादे से पीछे हटने वाली भाजपा समेत कांग्रेस व अन्य पार्टियों को जल्द ही जनता सबक सिखाएगी। कांग्रेस द्वारा की गई कर्ज माफी की समयसीमा को लेकर भी अब सवाल उठने लगे हैं।