पटना। बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड के बाद बोधगया से भी एक ऐसी ही शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। इस घटना के बाद बिहार में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। बताया जा रहा है कि विश्वप्रसिद्ध बोधगया में एक मेडिटेशन सेंटर के संचालक बौद्ध भिक्षु पर नाबालिग बच्चों से अप्राकृतिक यौनाचार करता था। बच्चों के द्वारा अपने घरवालों को इसकी शिकायत करने बाद यह मामला सामने आया है। हालांकि जानकारी मिलते ही बोधगया पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए आरोपी बौद्ध भिक्षु भन्ते सुजॉय को गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि बोधगया के मेडिटेशन सेंटर में रहने वाले ये सभी बच्चे उत्तरपूर्वी राज्य असम के कार्बी आंगलोंग के रहने वाले हैं। भन्ते सुजाॅय को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस पीड़ित नाबालिग बच्चों से भी पूछताछ कर रही है। बता दें कि इससे पहले मुजफ्फरपुर के बालिका आश्रय गृह में भी 34 बच्चियों के यौन शोषण का मामला सामने आया था जिसे लेकर प्रदेश सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। बाद में इस मामले में महिला कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति का नाम सामने आने पर उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।
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यहां बता दें कि अब बोधगया के बौद्ध भिक्षु सेंटर से इस तरह का मामला सामने आने पर बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। बताया जा रहा है कि बोधगया के मस्तपुरा इलाके में स्थित प्रजन्ना ज्योति बुद्धिस्ट नोविस स्कूल एंड मेडिटेशन सेंटर के संचालक भन्ते सुजॉय उर्फ संघप्रिय भन्ते के द्वारा संस्था में पढ़ने के लिए आए बच्चों के साथ अप्राकृतिक यौनाचार करता था। बच्चों ने इसकी सूचना जब अपने परिजनों को दी तब जाकर पूरे मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस को घटना की जानकारी मिलते ही फौरन आरोपी बौद्धभिक्षु को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़ित बच्चों के माता-पिता की शिकायत है कि जानकारी मांगने पर आरोपी बौद्ध भिक्षु ने 15 बच्चों को संस्था से बाहर निकाल दिया और उन्हें कपड़े तक नहीं दिए।