नई दिल्ली । सीबीआई में अंदरूनी विवाद के बाद मचे घमासान और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा ने अपना पद एक बार फिर से संभाल लिया है। इस कड़ी में उन्होंने जहां अंतरिम निदेशक बनाए गए नागेश्वर राव के कुछ अफसरों के तबादले के फैसले को पलट दिया है, वहीं गुरुवार शाम खबर आई कि आलोक वर्मा ने सीबीआई के 5 अफसरों के काम बदल दिए हैं। उनके इस रूख के बाद ऐसा लग रहा है कि वह केंद्र की मोदी सरकार को अब आड़े हाथों लेने को तैयार हैं। इतना ही नहीं इस समय स्पेशल निदेशक रहे राकेश अस्थाना के मामले की जांच कर रहे सीबीआई अफसरों को भी आलोक वर्मा ने बदल दिया है।
बता दें कि खुद को जबरन छुट्टी पर भेजने के सरकार के फैसले को आलोक वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने के फैसले को गलत बताया था। इतना ही नहीं कोर्ट ने उनकी दोबारा सीबीआई चीफ के पद पर काबिज होने के आदेश दिए थे । अब एक बार फिर से अपने पद पर काबिज होने के बाद सीबीआई चीफ आलोक वर्मा केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते नजर आ रहे हैं।
आलोक वर्मा ने गुरुवार को 5 CBI अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव किया । इनमें वे अफसर शामिल हैं जो राकेश अस्थाना केस की जांच कर रहे थे। अब सीबीआई अधिकारी एके शर्मा और एमके सिन्हा की बजाए वी मुरुगसेन और तरुण गौबा स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना केस की जांच करेंगे।
इतना ही नहीं आलोक वर्मा के पद से अलग होने के बाद अंतरिम निदेशक नागेश्वर राव ने जिन अफसरों के तबादले किए थे उनमें से 13 अफसरों की वर्मा ने वापस नियुक्ति की है।