चेन्नई । भारत ने अंतरिक्ष की दुनिया में सोमवार दोपहर स्वर्णिम छलांग लगाई है । दोपहर 2.43 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से जीएसएलवी-मार्क तृतीय प्रक्षेपण यान से अंतरिक्ष यान चंद्रयान-2 को लॉन्च किया गया । चांद पर कदम रखने वाला ये हिंदुस्तान का दूसरा सबसे बड़ा मिशन है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन यानी ISRO को चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग पर बधाई दी । उन्होंने अपने बधाई संदेश में लिखा - चंद्रयान 2 की सफल लॉन्चिंग हमारे गौरवशाली इतिहास में गर्व होगा । हर भारतीय को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व होगा । वहीं सफल प्रक्षेपण के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए इसरो चीफ डॉ के सिवन ने कहा कि चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग हमारी सोच से भी बेहतर हुई है। चंद्रयान-2 टीम में शामिल सभी वैज्ञानिकों को बधाई. चांद को लेकर ऐतिहासिक शुरुआत हुई ।
दूरी पूरा करने में यान लेगा 48 दिन
बता दें कि चांद और पृथ्वी के बीच में 3,84,000 KM. की दूरी है । इस दूरी को पूरा करने में चंद्रयान को कुल 48 दिन लगेंगे । 48वें दिन यान चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा । चंद्रयान-2 चांद की कक्षा में पहुंचकर दो हिस्सों में विभाजित होगा । चंद्रयान-2 का एक हिस्सा कक्षा में और दूसरा हिस्सा चांद पर उतरेगा । चांद पर पहुंचने के बाद विक्रम लैंडर से लेकर प्रज्ञान रोवर चांद पर 14 दिन रहेंगे ।
20 घंटे पहले हो गया था काउंटडाउन शुरू
बता दें कि दोपहर 2.43 मिनट पर चंद्रयान को लांच करने से 20 घंटे पहले 'चंद्रयान-2' मिशन का काउंटडाउन शुरू हो गया था । तब से इसरो समेत पूरा इंडिया इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए बेताब था । भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मुताबिक चंद्रयान-2 मिशन के प्रक्षेपण की रविवार शाम 6.43 बजे उल्टी गिनती शुरू हुई थी । चंद्रयान-2 परियोजना 978 करोड़ रुपये की है। उल्टी गिनती के दौरान रॉकेट और अंतरिक्ष यान तंत्र की जांच की गई और उसमें ईधन भरा गया।
जीएसएलवी-एमके तृतीय
चंद्रयान-2 के साथ जीएसएलवी-एमके तृतीय को पहले 15 जुलाई को तड़के 2.51 बजे प्रक्षेपित किया जाना था, हालांकि प्रक्षेपण से एक घंटा पहले एक तकनीकी खामी के पाए जाने के बाद प्रक्षेपक्ष स्थगित कर दिया गया था । इसरो ने बाद में 44 मीटर लंबे और लगभग 640 टन वजनी जियोसिंक्रोनाइज सैटेलाइट लांच व्हीकल- मार्क तृतीय (जीएसएलवी-एमके तृतीय) की खामी को दूर कर दिया । जीएसएलवी-मार्क तृतीय का उपनाम 'बाहुबली' फिल्म के इसी नाम के सुपर हीरो के नाम पर बाहुबली रखा गया है।