Sunday, May 19, 2024

Breaking News

   एमसीडी में एल्डरमैन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर SC 8 मई को करेगा सुनवाई     ||   यूक्रेन से युद्ध में दिसंबर से अब तक रूस के 20000 से ज्यादा लड़ाके मारे गए: अमेरिका     ||   IPL: मैच के बाद भिड़ गए थे गौतम गंभीर और विराट कोहली, लगा 100% मैच फी का जुर्माना     ||   पंजाब में 15 जुलाई तक सरकारी कार्यालयों में सुबह 7:30 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा काम     ||   गैंगस्टर टिल्लू की लोहे की रोड और सूए से हत्या, गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने किया हमला     ||   सुप्रीम कोर्ट ने 'द केरल स्टोरी' पर बैन लगाने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई से किया इनकार     ||   नीतीश कटारा हत्याकांड: SC में नियमित पैरोल की मांग करने वाली विशाल यादव की याचिका खारिज     ||   'मैंने सिर्फ इस्तीफा दिया है, बाकी काम करता रहूंगा' नेताओं के मनाने पर बोले शरद पवार     ||   सोनिया गांधी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती    ||   कर्नाटक हिजाब केस में SC ने तुरंत सुनवाई से इंकार किया    ||

चीन की गीदड़भभकी - 1962 युद्ध से सबक ले भारत, ट्राई जंक्शन पर दोनों देशों के 3-3 हजार सैनिक हुए तैनात

अंग्वाल न्यूज डेस्क
चीन की गीदड़भभकी - 1962 युद्ध से सबक ले भारत, ट्राई जंक्शन पर दोनों देशों के 3-3 हजार सैनिक हुए तैनात

नई दिल्ली । सीमा विवाद को लेकर पाकिस्तान के दोस्त चीन ने भी अब भारत के लिए परेशानी खड़ी करना शुरू कर दिया है। सिक्‍किम-भूटान-तिब्‍बत ट्राइ जंक्‍शन पर भारत और चीन के बीच तनाव बना हुआ है। चीन के साथ हालिया सीमा विवाद के बाद अब दोनों देशों ने इस ट्राई जंक्शन पर 3-3 हजार सैनिक तैनात कर दिए हैं। वहीं इस सब के बीच चीन ने 1962 के युद्ध का जिक्र किए बिना भारतीय सेना को इतिहास से सबक लेने की नसीहत दे डाली। बावजूद इसके भारत ने यह साफ कर दिया है कि वह चीन को ट्राई-जंक्शन तक सड़क नहीं बनाने देगा। इसी क्रम में पड़ोसी देश भूटान ने भी चीन द्वारा सड़क निर्माण को लेकर आपत्ति जताई है। 

ये भी पढ़ें - दिल्ली में किडनैपर गैंग का भंडाफोड़, व्हाट्सएप पर तस्वीरें दिखाकर बेचते थे बच्चे

असल में भारत और चीन के बीच सिक्‍किम-भूटान-तिब्‍बत ट्राइ जंक्‍शन को लेकर गतिरोध बना हुआ है। दोनों ही देश अपने स्थान से हटना नहीं चाहते हैं। दोनों देशों के कमांडरों के बीच इस मुद्दे को लेकर बातचीत हो चुकी है लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ है। इस सब के बीच दोनों देश अपने दूरवर्ती सीमा क्षेत्रों में सैनिक भेज रहे हैं। दोनों देशों ने इस ट्राइ जंक्शन पर अपने सैनिकों को तैनात कर दिया है। 

ये भी पढ़ें - विदेशी नागरिका हासिल करने वालों में भारतीय अव्वल, अमेरिका-ब्रिटेन में बसने की चाहत

बता दें कि भारत ने सिलीगुड़ी कॉरिडोर में अपना डिफेंस मजबूत किया है। ऐसा इसलिए किया गया ताकि इस क्षेत्र में चीन के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जा सके। यह संकरी पट्टी पूर्वोत्तर राज्यों को शेष भारत से जोड़ती है।  बताया जा रहा है कि यह संकरी पट्टी भौगोलिक रूप से काफी संवेदनशील है।


इस सब के बीच चीन ने तिब्बत से लेकर भूटान से लगी सीमा तक कई सड़कें बनवाई हैं, वह क्षेत्र में रेलवे लाइन का विस्तार करना चाहता है। भारत ऐसे हालात में चीन को ट्राई-जंक्शन तक सड़क नहीं बनाने देना चाहता। वहीं भूटान ने भी चीन की गतिविधियों पर आपत्ति दर्ज कराई है। भूटान का कहना है कि चीन सीमा समझौते का उल्लंघन कर रहा है। वह समझौते को दरकिनार करते हुए सीमा पर सड़क बना रहा है। भूटान के विदेश मंत्रालय ने चीन के इस कदम की कड़ी निंदा की है।

ये भी पढ़ें - आज आधी रात को जीएसटी के लिए लगेगी संसद, बिग बी, लता मंगेशकर समेत कई दिग्गज रहेंगे मौजूद

इस सब से इतर चीन ने भारत को गीदड़भभकी देते हुए कहा कि सिक्किम सेक्टर से भारतीय सैनिकों के हटने पर ही अब कोई सार्थक बातचीत होगी। इस दौरान चीन की ओर से 1962 के युद्ध का जिक्र किए बिना भारतीय सेना को इतिहास से सबक लेने की नसीहत दी गई। चीन का यह बयान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारतीय सेना चीन, पाकिस्तान और आंतरिक खतरों से निपटने के लिए ढाई मोर्चों पर तैयार है।

ये भी पढ़ें - जैन मुनि तरुण सागर के तीखे बोल, कहा पाकिस्तान में आतंकवादियों से ज्यादा भारत में गद्दारों की संख्या

Todays Beets: