Tuesday, April 30, 2024

Breaking News

   एमसीडी में एल्डरमैन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर SC 8 मई को करेगा सुनवाई     ||   यूक्रेन से युद्ध में दिसंबर से अब तक रूस के 20000 से ज्यादा लड़ाके मारे गए: अमेरिका     ||   IPL: मैच के बाद भिड़ गए थे गौतम गंभीर और विराट कोहली, लगा 100% मैच फी का जुर्माना     ||   पंजाब में 15 जुलाई तक सरकारी कार्यालयों में सुबह 7:30 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा काम     ||   गैंगस्टर टिल्लू की लोहे की रोड और सूए से हत्या, गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने किया हमला     ||   सुप्रीम कोर्ट ने 'द केरल स्टोरी' पर बैन लगाने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई से किया इनकार     ||   नीतीश कटारा हत्याकांड: SC में नियमित पैरोल की मांग करने वाली विशाल यादव की याचिका खारिज     ||   'मैंने सिर्फ इस्तीफा दिया है, बाकी काम करता रहूंगा' नेताओं के मनाने पर बोले शरद पवार     ||   सोनिया गांधी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती    ||   कर्नाटक हिजाब केस में SC ने तुरंत सुनवाई से इंकार किया    ||

आतंक का खात्मा : नक्सलवाद को काटेगा ‘कोबरा, सीआरपीएफ सुकमा में मुकाबले के लिए उतारेगी 2000 कमांडो

अंग्वाल न्यूज डेस्क
आतंक का खात्मा : नक्सलवाद को काटेगा ‘कोबरा, सीआरपीएफ सुकमा में मुकाबले के लिए उतारेगी 2000 कमांडो

नई दिल्ली।

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों पर बढ़ते हमलों के मद्देनजर सीआरपीएफ ने अब कोबरा को वहां छोड़ने की योजना बनाई है, ताकि नक्सलवादियों का खात्मा किया जा सके। सूत्रों के अनुसार, सीआरपीएफ अपने विशेष गोरिल्ला युद्धबल ‘कोबरा’ बटालियन के 2000 कमांडो को सुकमा जिले में भेजेगा।  बता दें कि हाल ही में सुकमा और उससे लगे इलाकों में सुरक्षा बलों पर नक्सलवादियों ने घातक हमले किए हैं। 24 अप्रैल को बुरकापाल क्षेत्र में हुए हमले में 25 जवान शहीद हो गए, वहीं 11 मार्च को सुकमा में हुए हमले में 12 जवान शहीद हो गए थे।

ब्लूप्रिंट किया तैयार

एक उच्च अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ ने कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रिजोल्यूट एक्शन) की 20 से 25 कंपनियों का उनकी पश्चिम बंगाल, बिहार, तेलंगाना और मध्यप्रदेश से लेकर बस्तर क्षेत्र तक में वर्तमान स्थिति को लेकर एक ब्लू प्रिंट तैयार किया है। यह माओवाद और नक्सलवाद से पीड़ित क्षेत्र हैं। उन्होंने कहा कि इन कंपनियों को नक्सलवाद के खात्मा करने का जिम्मा दिया जाएगा। कोबरा की हर कंपनी में 100 जवान होते हैं। अधिकारी ने बताया कि बहुत जल्द अपने वर्तमान बेस से यह टीम नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भेज दी जाएंगी।


टीसीओसी ने निपटने में है सक्षम

अधिकारी ने बताया कि कोबरा खुफिया जानकारी के आधार  पर अपने ऑपरेशन को अंजाम देती है। इसमें उच्च प्रशिक्षण प्राप्त कमांडो होते है, जिनका मुख्य उद्देश्य कम से कम क्षति पर दुश्मनों को नेस्तनाबूत करना होता है। उन्होंने बताया कि गर्मियों को हर साल माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलों के जवानों को मारने के लिए चलाए जाने वाले ऑपरेशन टीसीओसी को यह कोबरा रोकेंगे और सुरक्षा बलों द्वारा माओवादियों को खात्मे का रेशियो बढ़ाएंगे। इस समय करीब 44 कोबरा टीम के 154 कमांडो छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में हैं और  यह सुकमा, दंतेवाड़ा जैसे जिलों में ऑपरेशन चला रहे हैं

 

 

Todays Beets: