नई दिल्ली। विधानसभा चुनावों में हिन्दी भाषी 3 राज्यों में भाजपा को मात देने के बाद सोमवार को कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री शपथ लेंगे। इसके साथ ही एक ही तीनों जगहों पर सीएम के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन कर कांग्रेस शक्ति प्रदर्शन करने के मूड में दिखाई दे रही है। हालांकि मध्यप्रदेश उनके सहयोगी दल बसपा की मुखिया मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के शामिल न होने के फैसले से थोड़ी कमी खल सकती है। सबसे पहले जयपुर के अल्बर्ट हाॅल में अशोक गहलोत सीएम और सचिन पायलट उपमुख्यमंत्री की शपथ लेंगे। यहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ ही बड़ी संख्या में विपक्षी दलों के नेताओं के भी उपस्थित रहने की संभावना है। कांग्रेस राज्य में 15 साल बाद सत्ता में वापसी कर रही है लिहाजा पूरे आयोजन को भव्य रूप दिया गया है।
गौरतलब है कि जयपुर के बाद सारा फोकस भोपाल पर केंद्रित हो जाएगा जहां दोहपर डेढ़ बजे कमलनाथ राज्य के 18वें मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेंगे। यहां भी कांग्रेस अपने सहयोगी दलों के साथ जबर्दस्त शक्ति प्रदर्शन करेगी। बता दें कि काफी माथापच्ची करने के बाद कांग्रेस ने देर शाम छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नाम पर मुहर लगा दी। आज दोपहर करीब 5 बजे वे सीएम पद की शपथ लेंगे।
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यहां बता दें कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद देर शाम अशोक गहलोत शीर्ष नेताओं के साथ दिल्ली लौटेंगे। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि 18 तारीख को अपने मंत्रिपरिषद के सदस्यों का नाम, विभाग फाइनल करने के बाद वह जयपुर लौट आएंगे। इसके बाद 19 दिसंबर को मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी।
आपको बता दें कि तीनों मुख्यमंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सहित वरिष्ठ नेताओं और 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ महागठबंधन में शामिल होने वाले विपक्षी दलों के प्रमुख नेता आसानी से पहुंच सकें इस वजह से समय अलग-अलग रखा गया है।