Saturday, May 4, 2024

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मिशन-2019 से पहले दरक रहा NDA का कुनबा, 'मोदी मुक्त भारत' का नारा आते ही सहयोगी दलों ने दिखाई भाजपा को आंखें 

दीपक गौड़
मिशन-2019 से पहले दरक रहा NDA का कुनबा,

नई दिल्ली । केंद्र की मोदी सरकार आज से करीब 4 साल पहले जब केंद्र की सत्ता में आई तो प्रधानमंत्री के पद पर काबिज होने के साथ ही नरेंद्र मोदी ने एक नारा दिया, 'कांग्रेस मुक्त भारत'। पीएम बनने के बाद देश में मोदी लहर जमकर नजर आई और पिछले 4 सालों के दौरान एक-एक कर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अमित शाह और उनके रणनीतिकारों ने कांग्रेस के एक एक किले को जीत लिया। एक के बाद एक राज्य में भाजपा और एनडीए का पताका लहराते हुए एक तरह नरेंद्र मोदी कांग्रेस मुक्त भारत के अपने मिशन से मात्र कुछ कदम ही दूर खड़े हैं, लेकिन 2018 की शुरुआत होते ही देश में भाजपा के खिलाफ विपक्ष काफी मजबूत होता नजर आ रहा है। अब राजनीतिक गलियारों में कांग्रेस मुक्त भारत के बजाए मोदी मुक्त भारत के लिए सियासी दांवपेचों का दौर शुरू हो गया है। इस कड़ी में एनडीए के ही कई घटक दलों ने भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए हुए आने वाले समय में पार्टी से अलग खड़े होने की बात कही है। इनमें अगर बात शिवसेना की हो रही है तो तेलगुदेशम पार्टी सरकार से अलग होकर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में जुट गई है, अब राजनीति गलियारों में ये बातें उठ रही हैं कि क्या ये मोदी लहर का अंतिम चरण है?

राज ठाकरे ने दिया मोदी मुक्त भारत का नारा

असल मे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे ने "मोदी मुक्त भारत" की बात कही है। उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में मोदी को रोकने के लिए सभी विपक्षीय पार्टियों को साथ आना होगा। एक रैली में राज ठाकरे ने कहा कि 2019 में मोदी और बीजेपी को रोकने की जरूरत है, भारत को मोदी से मुक्त कराने के लिए तीसरे मोर्चे को आगे आना होगा। 

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शिवसेना लगातार कर रही भाजपा पर वार

इससे इतर एनडीए की एक प्रमुख सहयोगी पार्टी शिवसेना पहले ही आगामी चुनावों में भाजपा से अलग खड़े होने का ऐलान कर चुकी है। पार्टी कई मुद्दों पर पीएम मोदी और मोदी सरकार के फैसलों को लेकर सवाल उठाती आ रही है। इतना ही नहीं केंद्र की सरकार के साथ ही राज्य की गठबंधन सरकार को लेकर भी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे कई कड़वे बयान दे चुके हैं। ऐसे में आगामी लोकसभा चुनावों में शिवसेना ने अपने उम्मीदवार भाजपा के सामने खड़े करने की बात कह दी है।

टीडीपी अविश्वास प्रस्ताव लाने की जुगत में

तेलगुदेशम पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर धोखेबाजी का आरोप लगाते हुए जहां पार्टी सांसदों ने अपना इस्तीफा दे दिया, वहीं अब वह सदन में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की तैयारी कर रही है। टीडीपी का कहना है कि पीएम मोदी ने हमसे झूठ बोला, स्पेशल पैकेज का आश्वासन देने के बाद अपनी बातों से मुकर गए। आगामी चुनावों में भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

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यूपी में भी सहयोगियों ने तरेरी आंखें

यूपी विधानसभा चुनावों में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई भाजपा सरकार के कुछ सहयोगी भी मोदी सरकार पर निशाना साधने लगे हैं। एनडीए के घटक दल भारतीय समाज पार्टी के नेता और योगी कैबिनेट में मंत्री ओम प्रकाश राजभरने ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकापर को सिर्फ अयोध्या , काशी , मथुरा दिख रहा है। जबकि हम उनके साथ आए थे विकास के मुद्दे पर, शिक्षा के मुद्दे पर , स्वास्थ के मुद्दे पर। ऐसे में आने वाले समय में भाजपा के साथ चलना काफी कठिन होगा।

अपना दल ने भी दिखाए बगावती तेवर

यूपी की योगी कैबिनेट में मंत्री ओम प्रकाश राजभर द्वारा बगावती तेवर दिखाने के बाद 'अपना दल' के भी सरकार से नाराज होने की खबर हैं। सूत्रों के मुताबिक यूपी में 9 विधायकों वाला अपना दल राज्यसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ वोटिंग का फैसला तक ले सकता है। राज्यसभा चुनाव को लेकर एनडीए की सहयोगी पार्टी अपना दल अपने नौ विधायकों के साथ बैठक करने वाली है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री और अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल अपने विधायकों के साथ बैठक करेंगी, जिसमें तय होका कि राज्यसभा चुनाव में एनडीए के पक्ष में वोटिंग करनी है या फिर किसी और दल के लिए।

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विपक्ष का गणित

इस सब से इतर कांग्रेस समेत विपक्ष ने अपना पूरा दम खम अब मोदी को अगले लोकसभा चुनावों में पछाड़ने के लिए लगा दिया है। सभी दल तीसरे मोर्चे को लेकर संगठित होते दिख रहे हैं। पिछले दिनों यूपी में धुरविरोधी सपा-बसपा ने गठबंधन कर यूपी में लोकसभा के उपचुनावों में भाजपा को धूल चटा दी। खास बात ये रही कि उपचुनावों वाली सीटें सीएम योगी की गोरखपुर सीट तो उपमुख्यमंत्री की सीट पर हुआ था। अगर इस समय सत्ता पक्ष के गणित की बात करें तो अभी सत्ता पक्ष के पास 314 सांसद है तो विपक्ष के पास 213 सांसद। कांग्रेस के साथ टीएमसी, टीजीपी, सीपीएम, एसपी, एनसीपीस आप आरजेडी, समेत कुछ अन्य दल साथ खड़े हो रहे हैं।

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