वाराणसी । कांग्रेस की दिल्ली विधानसभा चुनावों में शर्मनाक हार के बाद अब पार्टी के इस प्रदर्शन को लेकर अंदरखाने भी काफी चर्चाएं हो रही हैं , लेकिन खुलकर कोई बोलने को तैयार नहीं है । पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से उम्मीद जताई जा रही है कि वह इस हार पर कोई बयान दें , लेकिन अभी तक ऐसा कोई बयान कांग्रेस की तरफ से नहीं आया है । हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार सुबह अरविंद केजरीवाल को उनके दमदार प्रदर्शन पर बधाई दी , लेकिन मीडिया के सामने कांग्रेस का कोई दिग्गज नजर नहीं आया । इस सब के बीच आजमगढ़ जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से वाराणसी में जब हार पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि दिल्ली में बात करूंगी । हालांकि एग्जिट पोल आने पर उन्होंने कहा था परिणाम देखेंगे ।
वहीं कांग्रेस की हार के बाद अब अंदर खाने गतिरोध भी सामने आने लगे हैं । कई नेता दबी जुबान में तो बातें कर रहे हैं लेकिन खुलकर बोलने के लिए कोई तैयार नहीं है । हार के बाद कांग्रेस मे अंदरुनी घमसान शुरू हो गया है । पूर्व वित्त मंत्री पी. चिंदबरम ने आम आदमी पार्टी (आप) को जीत की बधाई दी.इस पर प्रणब मुखर्जी की बेटी और कांग्रेस की नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एतराज किया । उन्होंने ट्वीट किया कि क्या कांग्रेस ने भाजपा को हराने का काम राज्यों में आउटसोर्स कर दिया है।
बता दें कि आजमगढ़ जाने के दौरान वाराणसी में रुकी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मीडिया ने कांग्रेस की दिल्ली में हार को लेकर सवाल किए । लेकिन वह इन सवालों से बचती नजर आईं , उन्होंन सिर्फ इतना कहा कि दिल्ली जाकर इस पर बात कर लेंगे । विदित हो कि प्रियंका आजमगढ़ में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कार्रवाई से घायल महिलाओं से मुलाकात करेंगी । हालांकि वहां पहुंचने से पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया- लोकतंत्र में आवाज उठाना जुल्म नहीं है और मेरा कर्तव्य है कि जिनके साथ जुल्म हो रहा है मैं उनके साथ खड़ी हूं।