नई दिल्ली। कांग्रेस ने राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्यों में जीत हासिल कर ली है। मध्यप्रदेश में कमलनाथ ने तो राज्यपाल को सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है लेकिन पार्टी के सामने राजस्थान और मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कश्मकश जारी है। बुधवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है और इसमें ही तय किया जाएगा कि राजस्थान और एमपी में मुख्यमंत्री कौन होगा? हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि दोनों राज्यों में सीएम का नाम आसानी से तय कर लिया जाएगा। राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों के ही खेमे अपने नेता को सीएम बनाने के लिए लाॅबिंग तेज कर दी है। कुछ ऐसा ही हाल मध्यप्रदेश में भी है कमलनाथ और ज्योतिरादित्य के बीच रेस जारी है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस ने भारी जीत हासिल कर डाॅक्टर रमण सिंह के 15 सालों के किले को ध्वस्त कर दिया है। कांग्रेस ने यहां सीएम का कोई चेहरा नहीं उतारा था। राज्य में संगठन खड़ा करने वाले प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल मजबूत दावेदार बनकर उभरे हैं। कांग्रेस ने मोदी लहर में राज्य से जीतकर आए एकमात्र सांसद ताम्रध्वज साहू को अंतिम समय उम्मीदवार बनाकर मैसेज देने की कोशिश की थी। साहू अनुभवी हैं और राहुल गांधी ने उन्हें विधानसभा चुनाव में उतारा था लिहाजा पार्टी इसे संकेत मान रही है।
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यहां बता दें कि राजस्थान में भी कांग्रेस ने वसुंधरा राजे के 5 सालों के शासन पर अपनी जीत दर्ज की है। बुधवार को जयपुर में विधायक दल की बैठक होने वाली है। बैठक से पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सभी विधायक मिलकर नेता का चयन करेंगे। अब मध्यप्रदेश के सभी सीटों के नतीजे बुधवार की सुबह को साफ हो पाए और वहां भी 114 सीटों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरकर सामने आई है। पार्टी के नेता कमलनाथ ने तो राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है।