नई दिल्ली। पांचों राज्यों के चुनावी नतीजों के आने बाद राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरकर सामने आई है। मध्यप्रदेश में उसने भाजपा को मात तो दे दी लेकिन बहुमत से 2 कदम पीछे रह गई। अब बसपा प्रमुख मायावती ने उसकी राह आसान कर दी है। बुधवार को बसपा सुप्रीमो ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर राजस्थान और मध्यप्रदेश में कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही है। बता दें कि मध्यप्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के 2 विधायकों ने जीत दर्ज की है और कांग्रेस को बहुमत साबित करने के लिए 2 ही सीटों की जरूरत है।
गौरतलब है कि मायावती ने भाजपा पर तंज करते हुए कहा कि जनता उनकी नीतियों से दुखी हो गई थी। उनकी पार्टी भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए ही चुनाव लड़ा था लेकिन उनकी पार्टी उनके अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकी। मायावती ने कहा कि मध्यप्रदेश में बहुमत नहीं आने के बाद भी भाजपा सरकार बनाने के लिए जोड़-तोड़ कर रही है लेकिन उनकी पार्टी ने भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला लिया है।
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यहां बता दें कि मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी ने कांग्रेस की नीतियों को अपनी पार्टी के अनुसार पाते हुए समर्थन देने का निर्णय लिया है। उसे इसका फैसला 2019 में भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि जनता भाजपा की नीतियों से दुखी हो गई थी। बसपा के द्वारा समर्थन के ऐलान के बाद राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने का रास्ता पूरी तरह से साफ हो चुका है।