नई दिल्ली । दुनिया को कई साल पीछे धकेल देने वाले कोरोना वायरस ने अब भारत में भी अपना प्रचंड रूप अख्तियार कर लिया है । इस तरह की खबरें आ रही हैं कि भारत के कई हिस्सों में भी इस कोरोना वायरस का तीसरा चरण शुरू हो गया है । जबकि अन्य इलाकों में इसका वायरस दूसरे से तीसरे चरण के बीच है । देश के कई विख्यात डॉक्टर समेत वैज्ञानिक इस बात की पुष्टि कर रहे हैं। इन डॉक्टरों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से जो स्थिति सामने आई है, उससे साफ हो गया है कि देश के कुछ इलाकों में तेजी से वायरस कम्युनिटी स्प्रेड के कारण खतरनाक हो गया है। जहां इन इलाकों में संक्रमण बढ़ गया है , वहीं तेजी से मरने वालों का आंकड़ा भी बढ़ा है ।
डॉक्टरों का मानना है कि भारत में अभी तक यह वायरस स्टेज -2 और स्टेज 3 के बीच ही है , जबकि कुछ इलाकों में यह तीसरे चरण में प्रवेश कर गया है , जहां से अब खतरनाक परिणाम सामने आने लगे हैं । देश के कुछ इलाकों में तेजी से संक्रमण बढ़ने लगा है । हालांकि अभी भी अगल लोग पूरी तरह से सतर्कता बरतें तो हालात को काबू में लाया जा सकता है , लेकिन पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रमों के चलते जो स्थिति काबू में थी अचानक से वह बिगड़ती दिख रही है ।
वहीं जानकारों का कहना है कि आगामी 10 तारीख के बाद इस बीमारी को लेकर नया डाटा जारी होगा , जिसके बाद सरकार इस बात पर विचार करेगी कि जारी लॉकडाउन को आगे जारी रखा जाए या नहीं। हालांकि स्थिति के सामान्य होने में अभी कुछ समय लगेगा।
बता दें कि देश में सोमवार दोपहर तक मरने वालों का आंकड़ा 100 के करीब पहुंच गया है । वहीं देश में कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा भी चार हजार के करीब पहुंच गया है । अकेले दिल्ली में जहां मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा होते हुए , वह 500 पार कर गया है , वहीं महाराष्ट्र में स्थिति बिगड़ती नजर आ रही है । महाराष्ट्र में अब यह वायरस झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों तक में पहुंच गया है , जिसका परिणाम बहुत खतरनाक हो सकता है ।
खबर है कि सरकार ने क्लस्टर और हॉटस्पॉट इलाकों में रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट करने का फैसला किया है । इस टेस्ट के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) को 8 अप्रैल से 7 लाख टेस्ट किट मिलेंगे । रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट की डिलिवेरी आईसीएमआर को चरणबद्ध तरीके से मिलेगी । माना जा रहा है कि पहले चरण में 5 लाख टेस्ट किट मिलेंगे । टेस्ट किट का ऑर्डर दे दिया गया है । बीते दिनों आईसीएमआर ने एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमे कहा गया था कि क्लस्टर या हॉटस्पॉट इलाकों में रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किया जाए ।