नई दिल्ली। पूरे देश में पिछले कुछ दिनों से नकदी की संकट से हाहाकार मचा हुआ है और सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि पैसों की कोई कमी नहीं है। बता दें कि देश के ज्यादातर हिस्सों में स्थित एटीएम खाली पड़े होने से लोगों को जबर्दस्त परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वित्त मंत्रालय की ओर से कहा गया कि बाजार में नोटों की कमी को पूरा करने के लिए 500 रुपये के 2500 करोड़ नोट रोजाना छापे जाएंगे, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि ये नोट छपेंगे कैसे?
गौरतलब है कि नासिक टकसाल के प्रेस फेडरेशन के नेता ने बताया कि नोटों की छपाई में इस्तेमाल होने वाली स्याही की अनुपलब्धता की वजह से 200 और 500 रुपये के नोटों की छपाई रोक दी गई है। प्रेस वर्कर फेडरेशन के अध्यक्ष जगदीश गोडसे ने कहा, ‘नोटों की छपाई करने वाली स्याही आयात की जाती है और इसकी अनुपलब्धता की वजह से ही नोटों की छपाई रोकनी पड़ी है।
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आपको बता दें कि गोडसे का कहना है कि देश में नोटों की कमी का यह भी एक कारण हो सकता है। उल्लेखनीय है नासिक रोड स्थित यह प्रेस 2000 रुपये के नोट को छोड़कर सभी नोट छापने में अग्रणी टकसाल में शुमार है। कर्मचारी ने हालांकि यह नहीं बताया कि नोटों की छपाई कब से बंद है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि बाजार में नकदी की संकट को दूर करने में दो से तीन दिनों का समय लग समता है।