नई दिल्ली । यूपी विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली प्रचंड जीत के बाद से देश में EVM को लेकर विपक्षी दलों ने जो सवाल उठाए, वो अभी तक बरकरार हैं। एक बार फिर से विपक्षी दलों ने आगामी लोकसभा चुनाव ईवीएम के बजाए बैलेट से करवाए जाने की मांग की है। ऐसे में देश में एक साथ चुनाव कराने की चर्चा के बीच सोमवार को चुनाव आयोग ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें 58 दलों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इस बैठक में राजनीति पार्टियां जहां ईवीएम की बजाए बैलेट से चुनाव करवाए जाने की मांग चुनाव आयोग से सामने रखेंगी वहीं चुनाव आयोग इस बैठक में आने वाले विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनाव समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा कर सकता है।
दिल्ली में विपक्षी लामबंद
पिछले कुछ विधानसभा चुनावों में कांग्रेस समेत कई अन्य दलों को मिली हार के बाद से विपक्षी दल ईवीएम को लेकर सवाल उठा रहे हैं। इन दलों के नेता आरोप लगा रहे हैं कि ईवीएम से से छेड़छाड़ करके भाजपा अपनी जीत सुनिश्चित कर रही है। हालांकि इस सब से बीच कुछ जगहों पर भाजपा को भी हार का सामना करना पड़ रहा है। इस सब के मद्देनजर दिल्ली में करीब 58 दलों की एक सर्वदलीय बैठक हो रही है, जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा होगी।
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चुनाव आयोग से आग्रह बैलेट से कराए चुनाव
इस सब के बीच विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि पिछले कुछ समय में ईवीएम मशीनों को लेकर उठाए गए सवालों के बाद बेहतर होगा कि इस बार चुनाव बैलेट के माध्यम से करवाए जाएं । हालांकि इससे पहले ईवीएम को लेकर विपक्षी दलों ने जब सवाल उठाए थे तो चुनाव आयोग ने हैकाथन आयोजित किया था, जिसमें विपक्षी दलों को चुनौती दी गई थी वो ईवीएम को हैक करके दिखाएं। उस दौरान तो सियासी दल आगे नहीं आए, लेकिन लोकसभा चुनावों की आहट सुनते ही एक बार फिर से ईवीएम का मुद्दा गरमाने लगा है।
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चुनाव आयोग ने बुलाई बैठक
इस सब के बीच चुनाव आयोग ने देश में एक साथ चुनाव कराने की चर्चा के बीच आज चुनाव आयोग ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें मतदाता सूची को ज्यादा पारदर्शी, अचूक, उपयोगी और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने पर चर्चा होगी। इसी क्रम में आयोग राजनीतिक दलों के संगठन और चुनावी उम्मीदवारी में महिलाओं की नुमाइंदगी, भागीदारी और ज्यादा मौके देने के उपाय पर भी चर्चा करेगा।