नई दिल्ली। उत्तरपूर्वी राज्य त्रिपुरा में शनिवार को आदिवासी संगठनों ने बंद का आह्वान किया है। बताया रहा है कि 5 आदिवासी संगठनों ने माधवबाड़ी में बिना किसी उकसावे के पुलिस की फायरिंग के विरोध में त्रिपुरा आदिवासी क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद इलाके में बंद की अपील की है। गौर करने वाली बात है कि मंगलवार को नागरिकता विधेयक के विरोध में निकाले गए जुलूस के दौरान नागरिकों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़प में 7 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। आदिवासी संगठनों ने बंद के साथ ही मुख्यमंत्री बिप्लव देव के इस्तीफे की भी मांग की है।
गौरतलब है कि उत्तरपूर्वी राज्य में कई संगठन केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए नागरिकता विधेयक का विरोध कर रहे हैं। अब त्रिपुरा के 5 आदिवासी संगठनों ने आज त्रिपुरा बंद का ऐलान किया है। वहीं सीएम बिप्लव देव के इस्तीफे की भी मांग की है। आदिवासी संगठनों ने हिंसक झड़प के दौरान घायल लोगों को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की है।
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यहां बता दें कि घायल लोगों को मुआवजा या फिर सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुए विरोध में शामिल नेताओं के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की है। गौर करने वाली बात है कि विपक्ष की कई पार्टियां भी नागरिकता विधेयक का विरोध कर रही हैं।