गुरुग्राम । गुरुग्राम स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल में डेंगू से पीड़ित एक बच्ची के इलाज में अस्पताल ने 18 लाख रुपये का बिल बना दिया। 7 साल की बच्ची के इलाज में अवैध वसूली करने के बावजूद बच्ची को नहीं बचाया जा सका। जबकि अस्पताल ने इलाज का जो बिल दिया है, उसमें 660 सिरिंज और 2700 दस्तानों के इस्तेमाल करने की बात कहते हुए बिल बनाया है। ऐसे में अब बच्ची के पिता ने ट्विटर पर अस्पताल के बिल की कॉपी के साथ पूरी घटना शेयर की है। घटना के संज्ञान में आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा अपनी ई-मेल ID शेयर करते हुए मामले से जुड़ी सभी जरूरी डिटेल्स और रिपोर्ट मेल करने को कहा है। हालांकि अस्पताल प्रशासन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बच्ची के इलाज में कोई कौताही नहीं बरती गई, परिजनों को इलाज की पल-पल की जानकारी दी जा रही थी।
ये भी पढ़ें- सोनिया गांधी के बयान पर भाजपाइयों का पलटवार, कहा- आपसे ही सीखा है, लेकिन संसद में इतनी आस्था कैसे जागी
बता दें कि दिल्ली के द्वारका निवासी जयंत सिंह की 7 वर्षीय बेटी आद्या सिंह को डेंगू हो गया था । इसके चलते उसे रॉकलैंड अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे गुरुग्राम स्थित फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट रेफर कर दिया गया। जयंत ने बताया कि अस्पताल ने बच्ची के इलाज के लिए उन्हें 18 लाख रुपये का बिल देकर वसूला। खास बात ये रही कि इस दौरान अस्पताल ने बच्ची के इलाज में 660 सिरिंज और 2700 दस्तानों के इस्तेमाल होने की बात कही, साथ ही इतनी बड़ी मात्रा में इनका बिल भी जोड़ा। हालांकि अस्पताल में 15 दिन रखने के बावजूद अस्पताल बच्ची को नहीं बचा पाया था।
ये भी पढ़ें- दिल्ली के झंडेवालान में मौजूद 108 फुट ऊंची हनुमान की मूर्ति एयरलिफ्ट कर दूसरी जगह होगी स्थापित!
इस पूरी घटना को बच्ची के पिता जयंत सिंह ने ट्विटर पर शेयर किया। उन्होंने अस्पताल के बिल की कॉपी के साथ पूरी घटना शेयर की गई है। इस मामले के संज्ञान में आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अपनी ई-मेल ID शेयर करते हुए मामले से जुड़ी सभी जरूरी डिटेल्स और रिपोर्ट मेल करने को कहा है। उन्होंने ट्वीट कर मामले में सख्त कार्रवाई करने की भी बात कही, वहीं दूसरी तरफ फोर्टिस हॉस्पिटल के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से भी सारी जानकारी देने के लिए कहा गया है।