चंडीगढ़। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम के सभी पर्दाफाश करने के लिए उसकी सबसे बड़ी राजदार हनीप्रीत को तो गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अभी तक उससे कुछ उगलवा नहीं पाए हैं। राम रहीम से अपने संबंधों को लेकर हो रही बातों को निराधार बताने वाली हनीप्रीत ने कोर्ट में पेशी के दौरान भी खुद को निर्दोष बताते हुए खुद पर लगे देशद्रोह के मामलों को रद्द करने की बात कही। इस सब के मद्देनजर अब पुलिस हनीप्रीत का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवाने जा रही है। इसके लिए पुलिस ने अपनी रणनीति बना ली है।
बता दें कि पंचकुला हिंसा के बाद 38 दिन तक लापता रहने वाली हनीप्रीत को पुलिस ने गिरफ्तार तो कर लिया है, लेकिन उससे अभी पंचकुला हिंसा और डेरा की सच्चाई को लेकर कुछ खास नहीं उलगवा पाई है। ऐसे में पुलिस ने हनीप्रीत का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवाने का फैसला लिया है। हनीप्रीत से पूछताछ करने वाली टीम में शामिल आईजी, क्राइम ब्रांच वुमैन, ममता सिंह का कहना है कि उनकी जांच सही तरीके से चल रही है, जो भी बातें अभी सामने आ रही हैं, उनमें काफी कुछ सही नहीं है, जैसे उसने अभी तक कुछ खाया नहीं या वह सवालों का पूरा जवाब नहीं दे रही है। ये सभी बातें निराधार हैं, हमारी जांच सही तरीके से आगे बढ़ रही हैं।
खास बात यह है कि पुलिस अब हनीप्रीत के पिछले 38 दिनों की गतिविधियों के साथ उससे मदद करने वाले लोगों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में हैं। पंचकुला कोर्ट ने उसे 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। ऐसे में जांच एजेंसियां उसके मोबाइल फोन की भी तलाश में जुटी है, जिसका इस्तेमाल उसने पंचकुला हिंसा और अपनी फरार के दौरान किया है। पुलिस हनीप्रीत के उस मोबाइल की मदद से भी कई राज का पर्दाफाश कर सकती है। वहीं राम रहीम के राज से पर्दा उठाने के लिए लाई डिटेक्टर टेस्ट भी होने जा रहा है, जिसके बाद पुलिस को इस मामले में अपनी जांच आगे बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।