चंडीगढ़/ जयपुर । जैसे की अंग्वाल न्यूज ने आशंका जताई थी कि राम रहीम के समर्थक हनीप्रीत को गिरफ्तारी से बचाने के लिए झूठी खबरों का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। इतना ही नहीं पुलिस जांच को प्रभावित करने के लिए वह कभी राजस्थान तो कभी नेपाल बॉर्डर और कभी नेपाल में हनीप्रीत के देखे जाने की बातें कह रहे हैं। हमारी तफ्तीश सच होती साबित हो रही है, क्योकि अब खबर मिली है कि हनीप्रीत राजस्थान के गुरुसर स्थित मोडिया स्कूल में ही छिपी है। राजस्थान के इस स्कूल में हनीप्रीत राम रहीम के कई दस्तावेज लेकर छिपी हुई है। यह राम रहीम का पैतृक गांव है। इस सब के बाद वहां पुलिस बल स्कूल में छापेमारी के लिए तैयारियां की। पूरे इलाके को खंगाला गया लेकिन पुलिस को वहां से हनीप्रीत नहीं मिली।
बता दें कि पंचकुला कोर्ट से राम रहीम को 20 साल की कैद की सजा दिए जाने के बाद से ही उसकी राजदार हनीप्रीत लापता थी। उसे ढूंढने के लिए कई राज्यों की पुलिस समेत एसआईटी देश-विदेश में अपना जांच कर रही थी। हालांकि कभी उसके चंडीगढ़ में देखे जाने की खबरें आईं तो कभी राजस्थान में। एकाएक उसके नेपाल बॉर्डर पर देखे जाने की खबरें आई और फिर खबर आई कि उसे तीन लोगों के साथ नेपाल में देखा गया है। हालांकि अंग्वाल न्यूज ने इस बात की आशंका जाहिर की है कि इन सब खबरों के पीछे उसके अऩुयायी हैं जो जांच को भटकाने के लिए गलत सूचनाएं दे रहे हैं। नेपाल में जिस जरह हनीप्रीत के छिपे होने की खबरें आईं, वह राम रहीम और डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों का इलाका है।
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इतना ही नहीं हरियाणा पुलिस के एक आईजी ने भी हनीप्रीत के नेपाल में छिपे होने की बातों को खारिज कर दिया था। उनका कहना था कि उनकी जांच सही जा रही है, जल्द ही राम रहीम की यह राजदार पुलिस की गिरफ्तर में होगी। बहरहाल इस सब के बीच अब खबर आ रही है की हनीप्रीत नेपाल में नहीं बल्कि राम रहीम के राजस्थान में मौजूद उसके पैतृक गांव में छिपी है। वह राजस्थान के गुरुसर स्थित मोडिया स्कूल में ही छिपी है, जहां से उसकी कभी भी गिरफ्तरी हो सकती है। इस सब के लिए पुलिस अपनी तैयारियां पूरी कर रही है।